

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने सीरियल किलर देवेंद्र शर्मा को दबोच लिया है। पढ़िए डाइनमाइट न्यूज़ पर पूरी रिपोर्ट
सीरियल किलर देवेंद्र शर्मा उर्फ डॉक्टर डेथ (Source-Google)
नई दिल्ली: अलीगढ़ (यूपी) के कुख्यात सीरियल किलर देवेंद्र शर्मा उर्फ "डॉक्टर डेथ" को पुलिस ने धर-दबोचा है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसे राजस्थान के दौसा से पकड़ा है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर डेथ दिल्ली से लेकर हरियाणा और राजस्थान तक 50 से अधिक लोगों की हत्या को अंजाम दे चुका है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, डॉक्टर डेथ हत्या के बाद शवों को नहर में मगरमच्छों के बीच फेंक देता था। डॉक्टर डेथ पहले भी जेल जा चुका है और वह 2023 में तिहाड़ जेल से पैरोल पर बाहर आया था। तभी से फरार चल रहा था। कई जगहों पर फरारी काटने के बाद वह दौसा के एक आश्रम में पुजारी बनकर छिपा था।
पुलिस को प्रवचन करते मिला डॉक्टर डेथ
दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम जब डॉक्टर डेथ को पकड़ने आश्रम में पहुंची, तब वह प्रवचन कर रहा था। प्रवचन के दौरान ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया और जमकर आरती उतारी। बता दें कि कुख्यात आयुर्वेदिक डॉक्टर देवेंद्र शर्मा का पहली बार क्राइम फाइल में नाम साल 1998 से 2004 के बीच आया था। डॉक्टर डेथ के एक किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट से भी तार जुड़े थे। इस मामले में उसकी गिरफ्तारी हुई और उसने 125 से अधिक अवैध ट्रांसप्लांट के केस कबूल किए थे।
मर्डर में मिल चुकी है फांसी की सजा
इससे पहले देवेंद्र शर्मा ने 1994 में गैस एजेंसी की डीलरशिप ली थी। हालांकि, इसमें घाटा हुआ तो उसने मानव अंगों की तस्करी शुरू कर दी थी। हत्या की ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देते हुए यह कब खूंखार सीरियल किलर बन गया, इसे खुद पता नहीं चला। डॉक्टर डेथ को 7 मामलों में उम्रकैद और एक मर्डर केस में फांसी की सजा मिल चुकी है।
टैक्सी ड्राइवरों को बनाता था निशाना
पुलिस की मानें तो आरोपी पर हत्या की सनक सवार थी। इसके लिए वह खासतौर पर टैक्सी ड्राइवरों को निशाना बनाता था। वह टैक्सी बुक करता और फिर ड्राइवर की हत्या करने के बाद उसके शव को यूपी के कासगंज में मगरमच्छों के लिए मशहूर हजारा नहर में डाल देता था। वहां पलक झपकते मगरमच्छ शवों को खा जाते थे। इसलिए आरोपी के खिलाफ पुलिस को सुराग नहीं मिल पाता। इसके बाद वह टैक्सियों को ब्लैक मार्केट में बेच देता था।
50 से अधिक मर्डर कर चुका है डेथ
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि देवेंद्र शर्मा पर 50 से अधिक मर्डर करने का आरोप है। इनमें से अब तक 8 मामलों में यह दोषी भी साबित हो चुका है। इनमें भी 7 मामलों में इसे उम्रकैद हुई, जबकि हरियाणा के गुरुग्राम में हुए मर्डर के एक मामले में इसे फांसी की सजा हुई है। इन्हीं मामलों में डॉक्टर डेथ दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद था। अगस्त 2023 में यह पैरोल पर तिहाड़ जेल से बाहर आया था और फरार हो गया था। इससे पहले वह साल 2020 में भी पैरोल पर बाहर आकर फरार हुआ था और सात महीने बाद पकड़ा गया था।
1994 में दर्ज हुआ था पहला केस
अलीगढ़ एसपी देहात अमृत जैन ने बताया कि देवेंद्र शर्मा का अलीगढ़ में पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। वह थाना छर्रा का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर 1994 में पहला केस थाना बरला में कातिलाना हमले का दर्ज हुआ था। इसके बाद FIR की लिस्ट बढ़ती ही चली गई। इस खूंखार अपराधी की गिरफ्तारी से पुलिस महकमे को बड़ी राहत की सांस मिली है।