दिल्ली नगर निगम से 74 लाख 90 हजार रुपये की धोखाधड़ी, मेडिकल कंपनी ने नोएडा में करवाई एफआईआर

कंपनी के पूर्व कर्मचारी वैभव कुमार ने फर्जी मेल के जरिए एमसीडी से पेमेंट की राशि अपने व्यक्तिगत बैंक खाते में ट्रांसफर करवा ली। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 8 June 2025, 1:20 PM IST
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नोएडा: दिल्ली नगर निगम (MCD) से फर्जी मेल के जरिए 74 लाख 90 हजार रुपए हड़पने का मामला सामने आया है। आरोपी ने एक मेडिकल कंपनी के खाते से यह राशि ट्रांसफर कर ली। कंपनी को भुगतान न होने पर जब उन्होंने एमसीडी से संपर्क किया, तब यह धोखाधड़ी उजागर हुई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, मेट्रो ग्रुप हॉस्पिटल और मेडिकल सर्विसेज के रिकवरी हेड गोविंद शर्मा की तरफ से इस मामले में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत में बताया कि गाजियाबाद के वसुंधरा निवासी और कंपनी के पूर्व कर्मचारी वैभव कुमार ने फर्जी मेल के जरिए एमसीडी से पेमेंट की राशि अपने व्यक्तिगत बैंक खाते में ट्रांसफर करवा ली।

कैसे हुआ खुलासा

कंपनी ने बताया कि एमसीडी के कर्मचारियों का इलाज मेट्रो ग्रुप के कैंसर हॉस्पिटल यूनिट में किया गया था। इसके बाद सामान्य प्रक्रिया के तहत एमसीडी को बिल भेजा गया था। कंपनी का दावा है कि मार्च 2025 में उनके प्रतिनिधि ने जब एमसीडी ऑफिस में संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि इस बिल का भुगतान पहले ही किया जा चुका है।

फर्जी मेल से हुआ पेमेंट ट्रांसफर

जांच के दौरान पता चला कि एमसीडी द्वारा भुगतान की गई 74 लाख 90 हजार 866 रुपए की राशि मेट्रो हॉस्पिटल के अधिकृत बैंक अकाउंट में नहीं बल्कि एक अन्य यस बैंक खाते में ट्रांसफर की गई थी। यह बैंक खाता कंपनी से जुड़ा हुआ नहीं था।

कैसे हुई पेमेंट ट्रांसफर

एमसीडी द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि जनवरी 2025 में आरोपी वैभव कुमार ने कंपनी को सूचित किया था कि उनका पुराना अकाउंट तकनीकी कारणों से काम नहीं कर रहा है और इसके बदले उन्होंने एक नया बैंक अकाउंट नंबर दिया था। यह मेल कंपनी के अधिकृत मेल आईडी से भेजा गया था। जिसके आधार पर एमसीडी ने पेमेंट ट्रांसफर कर दी।

कंपनी छोड़कर फरार हुआ आरोपी

आरोप है कि जब मार्च में यह राशि ट्रांसफर हो गई तो कुछ ही दिनों बाद वैभव कुमार बिना किसी सूचना के कंपनी छोड़कर फरार हो गया। इसके बाद मेट्रो ग्रुप हॉस्पिटल के प्रतिनिधियों को इस धोखाधड़ी का अहसास हुआ और उन्होंने नोएडा के सेक्टर-24 थाने में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस का बयान

नोएडा पुलिस के एडीसीपी सुमित शुक्ला ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस आरोपी वैभव कुमार और इस धोखाधड़ी में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि आरोपी के फरार होने के बाद उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि अन्य किसी भी दोषी को बख्शा न जाए। इस धोखाधड़ी के माध्यम से मेडिकल कंपनी की वित्तीय स्थिति पर भी गहरा असर पड़ा है। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

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