

हत्या के बाद विपिन ने सोनम को फोन कर कहा, “काम हो गया डार्लिंग, अब टेंशन की जरूरत नहीं।” सोनम ने बाद में विपिन से कहा कि उसे पापा के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था। इस पर विपिन ने उसे ढांढस बंधाया- “बाबू टेंशन मत लो, हम हैं न।”
सुभाष (मृतक) का फाइल फोटो
Meerut News: मेरठ के जानी थाना क्षेत्र में 23 जून को एक किसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस समय यह मामला एक रहस्यमयी हत्या जैसा लग रहा था, लेकिन 14 दिन की कड़ी जांच और चार पुलिस टीमों की मेहनत के बाद जो सच सामने आया, उसने सभी को हिला कर रख दिया। मृतक की पत्नी, बेटी और उनके प्रेमियों ने मिलकर ही उसकी हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा रविवार को किया और पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
खेत में लगी थी जान की बोली
23 जून को जानी खुर्द के भूपगढ़ी गांव निवासी किसान सुभाष प्रतिदिन की तरह खेत में पानी लगाने गया था। वहीं पर उसे गोली मार दी गई। घायल अवस्था में उसने एक राहगीर से मदद मांगी, जिसके बाद पुलिस और परिजनों को सूचना दी गई। गंभीर रूप से घायल सुभाष को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान अगले दिन सुबह करीब 4:30 बजे उसकी मौत हो गई। बेटे आयुष की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
हत्या के बाद भी करते रहे मातम का नाटक
सुभाष की मौत के बाद उसकी पत्नी कविता और बेटी सोनम घर में गमगीन माहौल का दिखावा करती रही। गांव में मातम छाया रहा और हर कोई यही मान रहा था कि परिवार इस दुख से टूटा हुआ है। लेकिन पुलिस की गहन जांच ने जो खुलासा किया, उसने पूरे गांव को चौंका दिया।
मां-बेटी के प्रेम संबंध और ब्लैकमेलिंग ने ली सुभाष की जान
पुलिस जांच में सामने आया कि सुभाष की पत्नी कविता का गांव के ही गुलजार नामक व्यक्ति से अवैध संबंध था। वहीं, बेटी सोनम का प्रेम-प्रसंग मेरठ के ब्रह्मपुरी निवासी विपिन से चल रहा था। सोनम BA फाइनल की छात्रा थी और टेलीग्राम के जरिए विपिन से उसकी नजदीकियां बढ़ी। दोनों शादी करना चाहते थे। जब सोनम को मां के प्रेम-संबंधों की जानकारी हुई तो उसने अपनी मां को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। उसने कहा कि अगर उसकी शादी विपिन से नहीं करवाई गई तो वह मां की लवस्टोरी सबको बता देगी। वहीं सुभाष को पत्नी और बेटी के इन संबंधों का शक हो गया था। वह दोनों पर नजर रखने लगा और डांटने लगा। इससे मां-बेटी और उनके प्रेमियों को सुभाष एक ‘बाधा’ लगने लगा।
प्रेमियों ने ली सुभाष की जान
कविता और सोनम ने अपने-अपने प्रेमियों से सुभाष को रास्ते से हटाने की बात कही। इसके बाद चारों ने मिलकर हत्या की साजिश रची और विपिन ने अपने दोस्त अजगर उर्फ शुभम को भी इसमें शामिल कर लिया। फिर 5 दिन तक ये लोग हत्या के लिए सही मौके की तलाश में थे। बीते 23 जून की शाम जब सुभाष खेत की ओर निकला तो मां-बेटी ने वॉट्सऐप कॉल के जरिए प्रेमियों को सूचना दी कि "अब सही मौका है"। इसके बाद विपिन तमंचा-कारतूस लेकर आया और अजगर को हथियार थमाकर खुद बाइक चलाने लगा। खेत पर पहुंचकर अजगर ने सुभाष को पीछे से गोली मार दी। गोली कमर में लगी, लेकिन इससे सुभाष की जान चली गई। दोनों हमलावर बाइक से फरार हो गए।
विपिन ने सोनम को फोन पर कहा- ‘काम हो गया डार्लिंग’
हत्या के बाद विपिन ने सोनम को फोन कर कहा, “काम हो गया डार्लिंग, अब टेंशन की जरूरत नहीं।” सोनम ने बाद में विपिन से कहा कि उसे पापा के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था। इस पर विपिन ने उसे ढांढस बंधाया- “बाबू टेंशन मत लो, हम हैं न।”
चैटिंग और कॉल डिटेल्स ने खोली सारी पोल
पुलिस को जब मां-बेटी और उनके प्रेमियों पर शक हुआ तो उनके कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन की जांच की गई। कॉल डिटेल में बार-बार विपिन और गुलजार के नंबर सामने आए। 23 जून को घटना स्थल पर विपिन और अजगर की लोकेशन भी मिली। इसके बाद जब मोबाइल की चैटिंग खंगाली गई तो सामने आया कि ये चारों लगातार वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम और फेसबुक कॉलिंग के जरिए संपर्क में थे।
गांव में मातम के बीच चलता रहा प्रेमी का आना-जाना
हत्या के बाद भी गुलजार अक्सर सुभाष के घर आता था, शोक व्यक्त करता था और परिवार को ढांढस बंधाता था। कविता विधवा बनने का गम जाहिर करती रही और सोनम पिता की मौत का नाटक करती रही। लेकिन पर्दा तब उठ गया जब पुलिस ने चारों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की।
पुलिस का बयान
एसपी देहात डॉ. राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि इस हत्याकांड के पीछे की साजिश बेहद खौफनाक थी। सुभाष की पत्नी कविता, बेटी सोनम, कविता का प्रेमी गुलजार, सोनम का प्रेमी विपिन और उसका दोस्त अजगर इन पांचों ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया। पुलिस ने तमंचा भी बरामद कर लिया है, जिससे सुभाष की हत्या की गई थी। पुलिस का कहना है कि यह हत्या सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि रिश्तों की भी है। पत्नी और बेटी ने अपने प्रेम संबंधों को छिपाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए ही सुभाष को रास्ते से हटाया। उन्होंने साजिश रची, प्रेमियों को उकसाया और फिर निर्दयता से सुभाष की हत्या कर दी।