

गंगा में मछली मारने की ठेकेदारी के विरोध में समाजवादी पार्टी ने चंदौली में बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। सपा नेता मनोज सिंह डबल्यू ने निषाद समाज से समर्थन मांगते हुए भाजपा और संजय निषाद पर छल का आरोप लगाया।
निषाद समाज के समर्थन में उतरे मनोज सिंह डबल्यू
Chandauli: चंदौली जिले में गंगा नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में मछली मारने को लेकर जारी की गई टेंडर प्रक्रिया के विरोध में समाजवादी पार्टी (सपा) ने मोर्चा खोल दिया है। इस निविदा प्रक्रिया को लेकर निषाद और मल्लाह समाज में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। समाज का कहना है कि यह टेंडर प्रक्रिया उनकी आजीविका छीनने की साजिश है, क्योंकि गंगा ही उनकी एकमात्र जीवन रेखा है।
इस विरोध की अगुवाई सपा के राष्ट्रीय सचिव और सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डबल्यू कर रहे हैं। उन्होंने नाव के जरिए गंगा नदी के किनारे बसे गांवों में पहुंचकर लोगों से संपर्क किया और निषाद समाज से समर्थन मांगा। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार और निषाद पार्टी के नेता डॉ. संजय निषाद पर जमकर निशाना साधा।
Chandauli: चंदौली जिले में गंगा नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में मछली मारने को लेकर जारी की गई टेंडर प्रक्रिया के विरोध में समाजवादी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। इस निविदा प्रक्रिया को लेकर निषाद और मल्लाह समाज में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है।#ChandauliNews #GangaFishingTender… pic.twitter.com/1dWZtYg9GB
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 1, 2025
मनोज सिंह डबल्यू ने कहा कि गंगा नदी किनारे बसे गांवों जैसे नरौली, अमादपुर, बड़ौरा, नगवा, मेढवा, सोनौली, गुरैनी, मेंढान आदि दर्जनभर गांवों के हजारों लोग इस टेंडर प्रक्रिया से प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि निषाद समाज खेती नहीं करता, उनके पास खेत नहीं होते, मां गंगा ही उनकी रोज़ी-रोटी है। अगर मछली मारने पर ठेकेदारी लागू की गई तो इस समाज की कमर टूट जाएगी।
उन्होंने सवाल उठाया कि डॉ. संजय निषाद सरकार में रहकर आखिर अपने ही समाज से छल क्यों कर रहे हैं? उन्होंने एलान किया कि हर गांव से जुड़े लोग लखनऊ जाकर डॉ. संजय निषाद से मिलेंगे और उनसे पूछेंगे कि वे अपने समाज का हक क्यों छीनने पर तुले हैं।
इस दौरान सपा की विरोध यात्रा ने व्यापक जन समर्थन हासिल किया। ग्रामीणों ने भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और निविदा प्रक्रिया को अविलंब रद्द करने की मांग की। मनोज सिंह डबल्यू ने स्पष्ट किया कि जब तक यह आदेश वापस नहीं लिया जाता, समाजवादी पार्टी निषाद समाज के साथ खड़ी रहेगी और आंदोलन जारी रहेगा।
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उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह लगातार पिछड़े, दलित और मछुआरा समाज का शोषण कर रही है। टेंडर प्रणाली केवल अमीरों और ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए लाई जा रही है, जिससे परंपरागत मछुआरों का जीवन संकट में आ जाएगा।
इस पूरे घटनाक्रम ने चंदौली के राजनीतिक तापमान को काफी गर्म कर दिया है और आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है। सपा इसे निषाद समाज की अस्मिता और आजीविका का मुद्दा बता रही है और इसे लेकर राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी दे चुकी है।