

यूपी के भदोही जनपद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां घरौंदा गांव में विवाहिता की संदिग्ध मौत से हड़कंप मचा हुआ है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
विवाहिता की संदिग्ध मौत से परिजनों में मची खलबली
भदोही: जिले के औराई कोतवाली क्षेत्र के घरौंदा गांव में गुरुवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब एक विवाहिता का शव गांव के बाहर आम के पेड़ पर लटका मिला। मृतका की पहचान 27 वर्षीय पायल सरोज के रूप में हुई है, जिसकी शादी कुछ वर्षों पहले इसी गांव के रोशन सरोज से हुई थी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने डायल 112 पर सूचना दी। थोड़ी ही देर में पीआरवी 5072 की टीम, जिसमें कांस्टेबल रमेश कुमार सिंह और होमगार्ड विनीत कुमार सिंह शामिल थे, मौके पर पहुंची। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए औराई कोतवाली पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
मृतका के पिता अशोक कुमार सरोज, जो कि मिर्जापुर जनपद के सेमरा बैसुखियां गांव के निवासी हैं, ने बेटी की मौत को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार रात करीब 12 बजे पायल ने उन्हें घबराई हुई आवाज में फोन किया था और कहा- "पापा, हमारी जान बचा लो।" इसके कुछ ही घंटे बाद उन्हें बेटी की मौत की सूचना मिली, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
विवाहिता की संदिग्ध मौत से मचा कोहराम
पायल के परिजनों का कहना है कि शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष द्वारा लगातार दहेज की मांग की जा रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जब उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो पायल को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। उन्होंने दावा किया कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है और साक्ष्य मिटाने के लिए शव को पेड़ से लटका दिया गया है।
मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा।
पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम गठित की है। ससुराल पक्ष के लोगों से पूछताछ की जा रही है और मायके पक्ष की तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।
इस दुखद घटना से पूरे घरौंदा गांव में शोक का माहौल है। स्थानीय ग्रामीणों में भी घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि ससुराल पक्ष दोषी है तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि वह निष्पक्ष जांच कर रहा है और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।