

उत्तर प्रदेश में धर्म और आस्था की आड़ में चल रहे अवैध धर्मांतरण के खेल का पर्दाफाश अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। इस खेल का मास्टरमाइंड है जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा, जिसे हाल ही में पुलिस ने उसकी कथित प्रेमिका नीतू उर्फ नसरीन के साथ एक होटल से गिरफ्तार किया है।
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा (सोर्स इंटरनेट)
Lucknow: उत्तर प्रदेश में धर्म और आस्था की आड़ में चल रहे अवैध धर्मांतरण के खेल का पर्दाफाश अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। इस खेल का मास्टरमाइंड है जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा, जिसे हाल ही में पुलिस ने उसकी कथित प्रेमिका नीतू उर्फ नसरीन के साथ एक होटल से गिरफ्तार किया है। छांगुर बाबा का नेटवर्क न केवल लव जिहाद के ज़रिए हिंदू युवतियों को फंसाता था, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से पूरी तरह से अपने नियंत्रण में लेकर उनका धर्मांतरण करवाता था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, छांगुर बाबा के साथ वर्षों से उसकी सहयोगी और प्रेमिका बन चुकी नीतू उर्फ नसरीन अब इस केस की सबसे चौंकाने वाली कड़ी बनकर सामने आई है। मूलरूप से तमिलनाडु की रहने वाली नीतू कभी मुंबई में अपने पति नवीन वोहरा के साथ रहती थी। प्रेगनेंसी में आई दिक्कतों के चलते वह छांगुर बाबा के पास पहुंची, जिसे एक पीर बाबा के तौर पर बताया गया था। नीतू को उम्मीद थी कि शायद उसका जीवन आसान हो जाएगा, लेकिन उसे नहीं पता था कि वो एक ऐसे जाल में फंसने जा रही है, जहां से लौटना मुश्किल होगा।
छांगुर बाबा ने पहले नीतू और उसके पति को अंगूठियां और दवाइयां दीं, जिससे उन्हें थोड़ी राहत मिली। इस बहाने नीतू का विश्वास बाबा पर गहराने लगा। धीरे-धीरे मुलाकातें बढ़ीं और बाबा की बातों से नीतू इतना प्रभावित हुई कि वह अपनी निजी ज़िंदगी को पीछे छोड़ बाबा की दुनिया में शामिल हो गई। इतना ही नहीं, बाबा ने पति-पत्नी दोनों को अपने साथ दुबई ले जाकर उनका धर्मांतरण भी करवाया। नीतू अब नसरीन बन चुकी थी और उसका पति नवीन बन गया जलालुद्दीन का साथी।
इसके बाद शुरू हुआ अवैध संपत्तियों और फर्जी खातों का खेल। छांगुर बाबा ने नीतू और उसके पति के नाम पर कई बैंक खाते खुलवाए और करोड़ों की संपत्तियाँ खरीदीं। बलरामपुर की कोठी, जो हाल ही में बुलडोज़र की भेंट चढ़ी, वह नीतू के ही नाम थी। पुणे में 16 करोड़ की प्रॉपर्टी और बलरामपुर में 50 लाख का शोरूम भी इस गिरोह के पास था।
पूरे मामले की जांच में अब तक जितने भी खुलासे हुए हैं, वो हैरान कर देने वाले हैं। पुलिस को शक है कि यह गिरोह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है, जिसकी जड़ें अब धीरे-धीरे खुल रही हैं। छांगुर और नसरीन से लगातार पूछताछ की जा रही है, और इस बात की प्रबल संभावना है कि इस धर्मांतरण सिंडिकेट से जुड़े और भी चेहरे जल्द ही सामने आएंगे।
यह मामला सिर्फ कानून का नहीं, समाज के विश्वास और धार्मिक सहिष्णुता पर भी एक बड़ा हमला है। उत्तर प्रदेश पुलिस की सख्ती के बाद यह उम्मीद की जा सकती है कि अब ऐसे छद्म बाबाओं और उनके गिरोहों पर लगाम कसना संभव होगा।