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मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र से 9 दिन पहले गायब हुई तीन किशोरियों को पुलिस ने परिजनों के सहयोग से वाराणसी के नारद घाट से सुरक्षित बरामद कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में लड़कियां सच्चाई बताने से कतराती रही हैं। आवश्यक कार्रवाई के बाद उन्हें परिजनों के हवाले कर दिया गया। मामला अभी जांच में है।
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Chandauli: मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र से 17 नवंबर को रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हुई तीन किशोरियों को पुलिस ने आखिरकार 9 दिन बाद बरामद कर लिया। वाराणसी के नारद घाट से तीनों लड़कियों को सकुशल बरामद किया गया।
कब हुई थी लापता?
पुलिस ने बताया कि तीनों लड़कियां 17 नवंबर की सुबह स्कूल जाने की बात कहकर घर से निकली थी, लेकिन दोपहर तक उनके वापस न लौटने और देर शाम तक किसी तरह की जानकारी न मिलने पर परिजन परेशान हो उठे। परिजनों ने काफी खोजबीन की और अपने स्तर पर संपर्क साधा, लेकिन जब कोई सफलता नहीं मिली तो उन्होंने मुगलसराय कोतवाली में गुमशुदगी की तहरीर दी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्परता के साथ जांच शुरू की।
लड़कियों के मोबाइल ऑफ, पुलिस के लिए चुनौती
जांच के दौरान पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संभावित संपर्कों की सूची तैयार की और परिजनों से विस्तृत बातचीत की। हालांकि शुरुआती दिनों में कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका। इसी बीच यह भी जानकारी मिली कि लड़कियों ने अपने मोबाइल फोन भी बंद कर दिए थे, जिससे तकनीकी लोकेशन ट्रैक करने में पुलिस को कठिनाई का सामना करना पड़ा।
पुलिस को लड़कियों के बारे में कैसे पता चला?
नौ दिन की लगातार मेहनत के बाद पुलिस को एक विशेष सूचना मिली कि तीन किशोरियों को वाराणसी के नारद घाट के आसपास देखा गया है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम परिजनों के साथ मौके के लिए रवाना हुई और वहां घंटों की खोज के बाद सभी तीनों किशोरियों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। बरामदगी के बाद पुलिस उन्हें स्थानीय थाने लेकर पहुंची, जहां उनसे पूछताछ की गई।
किशोरियां ने नहीं बताई सच्चाई
पूछताछ के दौरान तीनों किशोरियां सच्चाई बताने से लगातार बचती रही और अपने गायब होने के कारणों को स्पष्ट करने में हिचकिचाती रही। पुलिस ने परिजनों की उपस्थिति में कई चरणों में उनसे बात करने की कोशिश की। हालांकि प्रारंभिक पूछताछ में यह साफ नहीं हो पाया कि वे घर से क्यों और किसके साथ गई थी। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि कहीं यह मामला किसी के बहकावे, योजनाबद्ध रूप से घर छोड़ने या अन्य किसी कारण से जुड़ा तो नहीं है।