Chandauli News: ढाई फीट पानी में डूबी पुलिया, आवागमन ठप, स्कूली बच्चों और राहगीरों को हो रही भारी परेशानी

यूपी के चंदौली जनपद में नेशनल हाईवे की पुलिया पर ढाई फीट तक पानी भरने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर

Post Published By: सौम्या सिंह
Updated : 29 June 2025, 3:38 PM IST
google-preferred

Chandauli: जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गंजख्वाजा स्थित एआरटीओ ऑफिस के पास नेशनल हाईवे की पुलिया पर ढाई फीट तक पानी भरने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण यह समस्या हर बार बारिश में गंभीर रूप ले लेती है। वर्तमान में पुलिया के नीचे जमा पानी ने सड़क से गुजरने वाले हर व्यक्ति की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस पुलिया से होकर रोजाना छह से अधिक गांवों के हजारों लोग आवाजाही करते हैं। स्कूली बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं और राहगीरों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। सुबह-शाम स्कूल और कार्यालय जाने का समय होते ही जलभराव के कारण लंबा जाम लग जाता है। वाहन चालकों को पानी में सड़क दिखाई नहीं देती, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। रात के समय स्थिति और भी भयावह हो जाती है जब दृश्यता कम हो जाती है और किसी भी समय हादसा हो सकता है।

रोजाना खतरे में हज़ारों लोगों की जान

स्थानीय लोगों का आरोप है कि हाईवे पर काम करने वाली एजेंसी ने जल निकासी के लिए कोई स्थायी व्यवस्था नहीं की है। हर बार बारिश होते ही पुलिया के नीचे पानी जमा हो जाता है और कई दिनों तक निकलता नहीं है। इससे न केवल राहगीरों को परेशानी होती है, बल्कि आसपास की दुकानों और घरों में भी पानी भरने की नौबत आ जाती है।

Waterlogging Problem in chandauli

पानी में डूबी पुलिया, राहगीरों का सफर बना मुश्किल

जल निकासी व्यवस्था फेल, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी

ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार प्रशासन और संबंधित विभाग से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। गांव के निवासी रमेश यादव ने बताया, हम अपने बच्चों को स्कूल भेजने में डरते हैं। कभी भी कोई हादसा हो सकता है। वहीं, रीता देवी ने कहा कि जलजमाव के कारण उन्हें रोजमर्रा की जरूरतों के लिए बाजार जाना भी दूभर हो गया है।

ग्राम प्रधान और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी से जल्द से जल्द स्थायी समाधान की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ने शीघ्र उचित कदम नहीं उठाया, तो वे विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम करने को मजबूर होंगे।

Location : 

Published :