चंदौली में डीएम चंद्र मोहन गर्ग ने औचक निरीक्षण कर धान खरीद की प्रक्रिया की जांच की। लापरवाही पर अधिकारियों का वेतन रोका गया और ट्रांसपोर्टरों को चेताया। किसानों के हित में पारदर्शिता और गुणवत्ता पर विशेष जोर।

चंदौली में डीएम चंद्र मोहन गर्ग ने किया औचक निरीक्षण (फोटो सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
Chandauli: जिला मुख्यालय स्थित नवीन मंडी में धान खरीद की हकीकत जानने के लिए जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मंडी में धान उठान और खरीद प्रक्रिया का बारीकी से जायजा लिया। डीएम ने मंडी सचिव और केंद्र प्रभारी की उपस्थिति में धान खरीद की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और गुणवत्ता व पारदर्शिता के मामले में जांच की।
जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान उन्होंने 12 क्रय केंद्रों का दौरा किया, जहां से कुल 471 किसानों से 3305.81 मीट्रिक टन धान खरीदा गया। इस दौरान डीएम को कुछ केंद्रों पर धान उठान में लापरवाही दिखाई दी, जिस पर उन्होंने सख्त रवैया अपनाते हुए संबंधित अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी।
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डीएम ने मंडी सचिव और केंद्र प्रभारी का वेतन रोकते हुए तुरंत स्पष्टीकरण तलब किया। उन्होंने कहा कि यदि लापरवाही साबित होती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही ट्रांसपोर्टरों की जिम्मेदारी पर भी डीएम ने ध्यान दिया और निर्देश दिए कि धान उठान में किसी भी प्रकार की ढिलाई या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीएम ने गुणवत्ता पर जोर दिया (फोटो सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
जिलाधिकारी ने डीप्टी आरएमओ को आदेश दिया कि वे तत्काल प्रभाव से धान उठान सुनिश्चित कराएँ ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों की खरीद की पूरी जांच की जाएगी और यदि लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीएम चंद्र मोहन गर्ग ने कहा कि किसानों को धान बेचने में किसी भी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि धान की खरीद पूरी तरह पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों के हित में काम करें और किसी भी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त न किया जाए।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने मंडी के कर्मचारियों को चेताया कि वे अपनी जिम्मेदारी निभाएँ और धान खरीद प्रक्रिया को समय पर और सही तरीके से पूरा करें। उन्होंने कहा कि किसानों का समय और मेहनत दोनों ही मूल्यवान हैं, इसलिए धान खरीद में देरी या लापरवाही बिल्कुल अस्वीकार्य है। जिलाधिकारी के इस औचक निरीक्षण से मंडी में हड़कंप मच गया।