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जातिवादी बयानबाजी और ब्राह्मण समाज को अपमानित करने के विरोध में गुरुवार को फतेहपुर जिला मुख्यालय पर ब्राह्मण समाज के सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन 30 जुलाई को हुए एक जातीय जुलूस के दौरान ब्राह्मणों को ‘आतंकवादी’ कहे जाने को लेकर किया गया।
गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की मांग
Fatehpur: जातिवादी बयानबाजी और ब्राह्मण समाज को अपमानित करने के विरोध में गुरुवार को फतेहपुर जिला मुख्यालय पर ब्राह्मण समाज के सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन 30 जुलाई को हुए एक जातीय जुलूस के दौरान ब्राह्मणों को ‘आतंकवादी’ कहे जाने को लेकर किया गया। यह बयान कथित रूप से फूल सिंह लोधी द्वारा दिया गया था, जिसके विरोध में समाज में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली।
प्रदर्शनकारियों ने फूल सिंह लोधी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज को अपमानित करना एक सुनियोजित प्रवृत्ति बनती जा रही है, जिसे अब किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि ब्राह्मण समाज का इतिहास देशसेवा, विद्या, बलिदान और राष्ट्रीय निर्माण से जुड़ा है, और इस प्रकार की टिप्पणियां समाज को विभाजित करने का प्रयास हैं।
प्रदर्शन के दौरान समाज के प्रतिनिधियों ने महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भी प्रशासन को सौंपा, जिसमें लिखा गया कि कुछ राजनीतिक स्वार्थी तत्व समाज में जातीय नफरत फैलाकर सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ज्ञापन में यह चेतावनी भी दी गई कि यदि इस तरह की घटनाओं पर समय रहते कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो ब्राह्मण समाज को आंदोलन और संघर्ष के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से मांग की कि जातीय द्वेष फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि समाज में आपसी भाईचारा और सम्मान बना रह सके। उन्होंने फूल सिंह लोधी को गिरफ्तार कर कठोर दंड देने की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान “ब्राह्मणों का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान”, “जातिवाद फैलाने वालों को जेल भेजो”, जैसे नारे लगाए गए। विरोध में शामिल समाज के सदस्यों ने कहा कि यह सिर्फ एक समाज की नहीं, पूरे भारतीय समाज की गरिमा की लड़ाई है।
इस बीच पुलिस प्रशासन ने बताया कि आरोपी फूल सिंह लोधी और उसके सहयोगी चांद बाबू को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने कहा कि गिरफ्तारी पर्याप्त नहीं, बल्कि इस मामले में सख्त धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई जरूरी है।