

शेरकोट थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवती ने अपने पड़ोसी आरिफ पुत्र अनीस अहमद उर्फ बाबू पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि आरोपी ने पहले घर में चाकू की नोक पर दुष्कर्म किया, फिर उसकी अश्लील वीडियो बनाकर लगातार ब्लैकमेल करता रहा और 1 साल 4 महीने 28 दिन तक उसका यौन शोषण करता रहा। पुलिस ने अब आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी
Bijnor: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के शेरकोट थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवती ने अपने पड़ोसी आरिफ पुत्र अनीस अहमद उर्फ बाबू पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि आरोपी ने पहले घर में चाकू की नोक पर दुष्कर्म किया, फिर उसकी अश्लील वीडियो बनाकर लगातार ब्लैकमेल करता रहा और 1 साल 4 महीने 28 दिन तक उसका यौन शोषण करता रहा। पुलिस ने अब आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसके पिता का निधन करीब पांच वर्ष पहले हो गया था। घर में वह अपनी मां और भाभी के साथ रहती है, जबकि उसका भाई विदेश में नौकरी करता है। 10 अप्रैल 2024 को जब वह घर पर अकेली थी, पड़ोसी आरिफ सामान देने के बहाने उसके घर में घुस आया। उसने किचन से चाकू उठाया, उसे कमरे में बंद किया और दुष्कर्म किया। इसी दौरान आरोपी ने मोबाइल से उसकी अश्लील वीडियो भी बना ली और धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा।
पीड़िता का आरोप है कि इसके बाद आरोपी जब भी मौका पाता, घर आकर दरवाजा बंद करके उसे जबरन संबंध बनाने को मजबूर करता। धीरे-धीरे उसका हौसला इतना बढ़ गया कि वह उसे होटल ले जाने लगा। कई बार उसने युवती को फूड महल होटल, नगीना रोड धामपुर बुलाकर वहां कमरे में दुष्कर्म किया। हर बार धमकी दी कि अगर उसने विरोध किया तो वीडियो सार्वजनिक कर देगा।
मामला तब खुला जब 7 सितंबर 2025 को आरोपी ने फिर होटल बुलाकर युवती का दो बार शोषण किया। इस बीच किसी तरह परिजनों को इसकी जानकारी मिली। भाई, बहन और भांजा होटल पहुंचे और आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद युवती ने रोते हुए अपनी पूरी आपबीती सुनाई और पुलिस को डायल 112 पर सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
लोकलाज और डर की वजह से पीड़िता ने लंबे समय तक चुप्पी साधे रखी, लेकिन अब साहस जुटाकर उसने तहरीर दी। पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
यह घटना समाज में उस खामोशी को उजागर करती है जो पीड़िताओं को वर्षों तक चुप रहने को मजबूर कर देती है। अब सवाल यह है कि क्या कानून तेजी से अपना काम करेगा और पीड़िता को जल्द न्याय मिल पाएगा?