

हादसे के समय इलाके में तेज बारिश हो रही थी, जिससे राहत-बचाव कार्य में काफी परेशानी हो रही है। पानी और कीचड़ के कारण मलबा हटाने में दिक्कत आ रही है। प्रशासन की ओर से एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स: इंटरनेट)
Hapur News: पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र स्थित सालासर फैक्ट्री में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। फैक्ट्री की छत पर लगा टीन शेड अचानक भरभराकर गिर गया। जिससे वहां काम कर रहे कई मजदूर मलबे के नीचे दब गए। हादसे के बाद फैक्ट्री परिसर में अफरा-तफरी मच गई और चीख-पुकार गूंजने लगी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, हादसा उस वक्त हुआ जब मजदूर अपने रोज के काम में व्यस्त थे। अचानक तेज आवाज के साथ टीन शेड नीचे आ गिरा, जिससे नीचे मौजूद मजदूरों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और राहत-बचाव दल मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया।
बारिश बन रही बड़ी चुनौती
हादसे के समय इलाके में तेज बारिश हो रही थी, जिससे राहत-बचाव कार्य में काफी परेशानी हो रही है। पानी और कीचड़ के कारण मलबा हटाने में दिक्कत आ रही है। प्रशासन की ओर से एनडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है।
अधिकारी मौके पर पहुंचे
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं और हालात का जायजा ले रहे हैं। फैक्ट्री के प्रबंधन से हादसे के कारणों की जानकारी ली जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि टीन शेड की मजबूती को लेकर लापरवाही बरती गई थी। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ।
अब तक कितने लोग दबे हैं, यह स्पष्ट नहीं
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मलबे के नीचे कितने मजदूर दबे हुए हैं, लेकिन प्रशासन का कहना है कि राहत-बचाव कार्य पूरा होने के बाद ही सटीक जानकारी मिल पाएगी। हादसे के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। उनका कहना है कि फैक्ट्री में सुरक्षा के कोई ठोस इंतजाम नहीं थे और मजदूरों की जान के साथ खिलवाड़ किया गया।