

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में बाराबंकी जिले में लोगों में आक्रोश है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लोगों का गुस्सा सड़कों पर दिखा
बाराबंकी: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में बाराबंकी जिले में लोगों का गुस्सा सड़कों पर दिखा। हमले की कड़ी निंदा करते हुए विभिन्न संगठनों ने शहर के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन कर आतंकवाद के खिलाफ गुस्सा जताया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इस सिलसिले में अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश महासचिव ऋतुराज सिंह के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता पटेल तिराहा पर एकत्र हुए और "आतंकवाद हटाओ-देश बचाओ" जैसे नारे लगाए तथा आतंकवाद का पुतला फूंककर अपना विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा गया तथा सभी ने एक स्वर में देश से आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की मांग की।
इस अवसर पर ऋतुराज सिंह ने कहा कि आतंकवाद देश की अखंडता और शांति के लिए बड़ा खतरा बन गया है। पहलगाम जैसी घटनाएं न केवल निर्दोष नागरिकों की जान लेती हैं, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा को भी गंभीर चुनौती देती हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
इसके साथ ही हिंदू सुरक्षा सेवा संघ के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्ट्रेट पर भी प्रदर्शन किया। संगठन के सदस्यों ने नारेबाजी की और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर सरकार से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक अभियान चलाने की मांग की। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि देश में बार-बार हो रहे आतंकी हमले इस बात का संकेत हैं कि अब सख्त कार्रवाई की जरूरत है। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि अगर सरकार समय रहते सख्त कदम नहीं उठाती है तो जनता का धैर्य जवाब दे सकता है।
प्रदर्शनकारी संगठनों ने मांग की कि आतंकियों के साथ किसी भी तरह की नरमी न बरती जाए और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए। पूरे प्रदर्शन के दौरान प्रशासन की ओर से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम भी किए गए थे। मौके पर पुलिस बल तैनात रहा, जिसके चलते कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।
इस प्रदर्शन ने बाराबंकी जिले में आतंकवाद के खिलाफ जनभावना को सामने ला दिया और यह संदेश दिया कि देशवासी अब इस समस्या के खिलाफ एकजुट हैं और सरकार से निर्णायक कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं। इस पूरी घटना से यह साफ हो गया कि देश की आम जनता अब आतंकवाद जैसी बुराई को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है और जागरूक संगठनों के जरिए वह अपनी आवाज बुलंद करने को तैयार है।