

बाराबंकी के देवा नगर पंचायत क्षेत्र में जलभराव की गंभीर समस्या स्थानीय निवासियों के लिए मुसीबत बन चुकी है। खासकर देवा भयारा मार्ग से सटे लाला दास मंदिर के पीछे की गलियों में हालात बहुत बिगड़ चुके हैं।
बाराबंकी की सड़कों में जलभराव
Barabanki News: बाराबंकी के देवा नगर पंचायत क्षेत्र में जलभराव की गंभीर समस्या स्थानीय निवासियों के लिए मुसीबत बन चुकी है। खासकर देवा भयारा मार्ग से सटे लाला दास मंदिर के पीछे की गलियों में हालात इतने खराब हो चुके हैं कि वहां से गुजरना भी एक चुनौती बन गया है। मोहल्ला कचेहरान-2 की इन गलियों में लंबे समय से नालियों का गंदा और बदबूदार पानी सड़क पर जमा है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, स्थानीय निवासी इंद्र कुमार और राकेश कुमार के घरों के सामने की सड़क पर लगातार पानी भरा रहने से कीचड़ और दुर्गंध का माहौल बन गया है। गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसे रोगों का खतरा मंडराने लगा है। हैरानी की बात यह है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
सभासद मोहम्मद वसीम, पुष्कर सोनी, नवनीत श्रीवास्तव, राजू श्रीवास्तव, सौम्यराज श्रीवास्तव और कोमल चंद्र आदि लोगों ने बताया कि जलभराव की वजह से बच्चों और बुजुर्गों का निकलना बेहद मुश्किल हो गया है। यह समस्या केवल आम जनजीवन को ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र के स्वास्थ्य तंत्र को भी प्रभावित कर रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर पंचायत के अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन तक, सभी को इस समस्या की जानकारी दी जा चुकी है। डीएम, एसडीएम सदर, देवा के चेयरमैन और सीएचसी देवा को भी लिखित शिकायतें भेजी गई हैं। साथ ही फोन पर भी अधिकारियों को बार-बार अवगत कराया गया है, लेकिन आज तक न तो कोई सफाई व्यवस्था भेजी गई और न ही कोई नाला साफ हुआ।
उत्तर प्रदेश सरकार इन दिनों संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चला रही है। शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग भी इन प्रयासों में लगे हैं, लेकिन देवा क्षेत्र की यह तस्वीर इन अभियानों की पोल खोल रही है। जलभराव ने स्वास्थ्य को लेकर डर का माहौल बना दिया है।