Barabanki News: जनस्वास्थ्य को लेकर डीएम का बड़ा खुलासा, बदलने वाली है कार्यशैली

कलेक्ट्रेट स्थित लोक सभागार में शुक्रवार को जनपद स्तरीय पोषण समिति की मासिक समीक्षा एवं कन्वर्जेंस बैठक का आयोजन जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। बैठक में जनपद के पोषण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य से जुड़े सभी विभागों की प्रगति और योजनाओं के संचालन की गहन समीक्षा की गई।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 11 July 2025, 6:58 PM IST
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Barabanki: कलेक्ट्रेट स्थित लोक सभागार में शुक्रवार को जनपद स्तरीय पोषण समिति की मासिक समीक्षा एवं कन्वर्जेंस बैठक का आयोजन जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। बैठक में जनपद के पोषण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य से जुड़े सभी विभागों की प्रगति और योजनाओं के संचालन की गहन समीक्षा की गई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, जिलाधिकारी ने कहा कि पोषण एक समेकित दायित्व है और इससे जुड़ी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सभी विभागों के मध्य सक्रिय एवं सतत समन्वय आवश्यक है। उन्होंने वीएचएसएनडी (ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस) को जनस्वास्थ्य की एक सशक्त कड़ी बताते हुए इसके संचालन को और अधिक मजबूत व व्यवस्थित बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि यह मंच सुचारु रूप से संचालित होता है, तो ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण और स्वास्थ्य से जुड़े कई लक्ष्यों को प्रभावी रूप से प्राप्त किया जा सकता है। बैठक में पोषण ट्रैकर ऐप पर सभी निर्धारित सूचकांकों की शत-प्रतिशत फीडिंग को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने पर विशेष बल दिया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि इस डिजिटल माध्यम से गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों की निगरानी में प्रभावशीलता आती है, अतः यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी लाभार्थी डेटा से वंचित न रहे। इसके अतिरिक्त, मैम और सैम श्रेणी के बच्चों की पहचान कर संबंधित परिवारों के घर जाकर पोषण परामर्श, आहार चार्ट व अनुपूरक पोषण सामग्री के माध्यम से उनकी स्थिति में सुधार लाने के प्रयास और तेज़ किए जाएं। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मुख्य सेविकाएं एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने निर्देशित किया कि टीकाकरण सत्रों के दौरान प्रत्येक टीकाकरण स्थल पर सभी आवश्यक जांच किट उपलब्ध रहें, ताकि गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच सुनिश्चित हो सके। साथ ही, एब्डोमिनल एग्जामिनेशन जैसी जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं भी नियमित रूप से प्रदान की जाएं।

अंत मे जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि शासन द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित हो। इस दौरान संभव अभियान 5.0 की तैयारियों की भी गहन समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि 01 जुलाई से 30सितम्बर तक चलने वाले इस विशेष अभियान के अंतर्गत पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता, टीकाकरण, कुपोषण उन्मूलन, आयरन व फोलिक एसिड वितरण, किशोरी स्वास्थ्य, मातृ-शिशु देखभाल और सामाजिक जागरूकता गतिविधियों को मिशन मोड में संचालित किया जाना है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन, जिला विकास अधिकारी भूषण कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी, डिप्टी सीएमओ डॉ. राजीव सिंह, समस्त सीडीपीओ, स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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