

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के असंद्रा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बाराबंकी से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के असंद्रा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। 28 मई 2025 को सुबह करीब 9 बजे एक विवाहिता महिला अपने किसी निजी काम के लिए गांव के बाहर जंगल की ओर गई थी, तभी गांव के ही एक युवक ने उसे अकेला पाकर छेड़खानी की और जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गया। इस घटना से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं में भय का माहौल है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, पीड़िता ने बताया कि वह प्रतिदिन की तरह सुबह जंगल की ओर शौच के लिए गई थी। उसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे गांव का युवक कौशल कनौजिया वहां आ धमका। उसने महिला को अकेला देखकर बुरी नीयत से पकड़ लिया और जबरन छेड़छाड़ करने लगा। महिला ने विरोध किया और शोर मचाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने उसे गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी।
डरी-सहमी पीड़िता जैसे-तैसे अपने घर पहुंची और परिजनों को पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद वह असंद्रा कोतवाली पहुंची और न्याय की गुहार लगाई। इंस्पेक्टर आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 75(1), 352 और 351(3) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस ने मामले की जांच उपनिरीक्षक विवेचन विश्वास प्रताप सिंह को सौंपी है। उन्होंने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं और जल्द ही उसे हिरासत में लिया जाएगा। वहीं, गांव में इस घटना को लेकर नाराजगी और डर दोनों का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि जंगल की ओर शौच के लिए जाने वाली महिलाओं के साथ ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, और सुरक्षा को लेकर प्रशासन को गंभीर कदम उठाने चाहिए।
यह भी एक गंभीर सवाल खड़ा करता है कि ग्रामीण इलाकों में अब भी पर्याप्त शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से महिलाएं शौच के लिए जंगल या खेतों की ओर जाने को मजबूर हैं, जिससे उनके साथ छेड़छाड़ और अपराध के मामले सामने आते हैं। सरकार की ओर से चलाई जा रही स्वच्छ भारत मिशन जैसी योजनाओं के बावजूद ऐसी घटनाएं यह साबित करती हैं कि ज़मीनी हकीकत अभी भी चिंताजनक है।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। वहीं, पीड़िता को सुरक्षा देने और मानसिक सहयोग पहुंचाने की बात भी कही गई है।