

यूपी के अमरोहा में कांवड़ यात्रा के चलते वन-वे किए गए नेशनल हाईवे-9 पर दो कारों की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में 5 लोग घायल हो गए, जिनमें दो की हालत गंभीर है।
प्रतीकात्मक छवि
Amroha: सावन के महीने में कांवड़ यात्रा के चलते उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में डिडौली थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे-9 को वन-वे कर दिया गया था, लेकिन इसी हाईवे पर बीती रात एक बड़ा सड़क हादसा हो गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार हाईवे पर दिल्ली से आ रही अर्टिका और मुरादाबाद से आ रही फॉर्च्यूनर कार की आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए और 5 लोग घायल हो गए, जिनमें दो की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
हादसे का घटनाक्रम
हादसा डिडौली कोतवाली क्षेत्र के भूरे शाह की मजार के पास हुआ। जहां रात करीब साढ़े दस बजे एक अर्टिका कार दिल्ली से गाजियाबाद की ओर जा रही थी, वहीं दूसरी ओर से मुरादाबाद की ओर से आ रही फॉर्च्यूनर कार ने सीधे आकर टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों गाड़ियों में बैठे यात्रियों के सिर, हाथ और पैर गंभीर रूप से चोटिल हो गए।
घायलों की पहचान और हालत
हादसे में गाजियाबाद के गांधीनगर निवासी दुर्जेश और मधुबनी विहार निवासी ड्राइवर सुशील घायल हुए हैं। वहीं फॉर्च्यूनर कार में बैठे डिडौली निवासी रमन, विकास और संभल जिले के अटॉरिगढ़ी निवासी आकाश भी घायल हो गए।
इनमें से रमन और दुर्जेश की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर मेडिकल सेंटर रेफर कर दिया गया है। बाकी घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।
स्थानीय लोगों और पुलिस ने निभाई अहम भूमिका
घटना के बाद मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस को सूचना दी और घायलों को गाड़ियों से बाहर निकालने में मदद की। पुलिस भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त गाड़ियों को हटाकर यातायात सुचारु किया।
तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि भले ही हाईवे को कांवड़ यात्रा के चलते वन-वे कर दिया गया था, लेकिन दोनों वाहनों की तेज रफ्तार इस हादसे की मुख्य वजह बनी। वन-वे नियमों की अनदेखी और गति नियंत्रण में न होना बड़ा कारण रहा।
यातायात कुछ समय के लिए बाधित
हादसे के बाद हाईवे पर काफी देर तक यातायात प्रभावित रहा। दोनों गाड़ियों के मलबे और घायलों को निकालने की प्रक्रिया में पुलिस को करीब आधा घंटा लगा। हालांकि अब पुलिस ने यातायात व्यवस्था को सामान्य कर दिया है और मामले की जांच जारी है।