

महराजगंज जिले में करोड़ों की लागत से बना अमृत सरोवर आज बेहद जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर
जर्जर हालत में पड़ा तालाब
महराजगंज: जनपद के धानी ब्लॉक के ग्राम सभा बरजी में करोड़ों की लागत से वर्ष 2022 में निर्मित अमृत सरोवर आज बदहाली की दास्तां बयां कर रहा है। दरअसल, जिस उद्देश्य से यह तालाब, जल संरक्षण और ग्रामीण सौंदर्यीकरण के लिए तैयार किया गया था, वह अब उपेक्षा का शिकार हो चुका है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, तालाब की स्थिति इतनी दयनीय है कि वहां पानी नाममात्र है और जो मौजूद है वह भी गंदगी से भरा हुआ है। चारों ओर बेतरतीब घास और झाड़ियां उगी हुई हैं, जिससे यह सरोवर वीराना जैसा प्रतीत होता है। सरकार की मंशा थी कि यह स्थान ग्रामीणों के लिए सुबह-शाम टहलने, विश्राम और सामुदायिक गतिविधियों का केंद्र बने, लेकिन आज वहां न बेंचें हैं, न कोई सुविधा।
जर्जर अवस्था में पहुंचा तालाब
वहीं तालाब के चारों ओर लगाई गई रेलिंग भी टूट चुकी हैं। ध्वजारोहण के लिए जो चबूतरा बनाया गया था, वह भी अब जर्जर हो चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि लाखों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद अमृत सरोवर की दशा में सुधार नहीं हो पाया। सबसे बड़ी बात यह है कि वहां न तो स्वीकृत धनराशि का विवरण मौजूद है, न ही कोई सूचना बोर्ड।
धानी (महराजगंज): अमृत सरोवर बदहाली का शिकार
➡️ग्राम सभा बरजी में करोड़ों की लागत से 2022 में बना अमृत सरोवर
➡️जल संरक्षण और ग्रामीण सौंदर्यीकरण के लिए हुआ था निर्माण
➡️आज उपेक्षा और लापरवाही की वजह से बदहाल हालत@DmMaharajganj #Maharajganj #UttarPradesh pic.twitter.com/K6MfJoarVf— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) June 23, 2025
ग्रामीणों ने लगाया आरोप
इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों का आरोप है कि निर्माण कार्य में भारी अनियमितता और तालमेल की कमी रही है। सरोवर की सफाई, पानी की भरपूर उपलब्धता और सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी जिन अधिकारियों के कंधों पर थी, उनकी अनदेखी ने सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को हास्यास्पद बना दिया है।
अमृत सरोवर योजना
ग्रामीणों ने जताई चिंता
गौरतलब है कि जल संरक्षण के लिए बनी यह योजना अब स्वयं पानी को तरस रही है। गांव के विकास और पर्यावरण सुधार की दृष्टि से बनाई गई यह परियोजना अगर ऐसे ही उपेक्षा की शिकार रही, तो सरकारी धन की बर्बादी और ग्रामीणों के साथ छल के अलावा यहां कुछ नहीं बचेगा। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि बरजी गांव के अमृत सरोवर की बदहाल स्थिति की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए, ताकि योजना का असली उद्देश्य सफल हो सके।