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हैदराबाद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सदन में वंदे मातरम् को लेकर कहा, “सदन में वह लोग वंदे मातरम गाना चाहते थे, जिन्होंने न आजादी से पहले और न बाद में कभी वंदे मातरम् गाया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बड़ा बयान
Hyderabad: हैदराबाद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सदन में वंदे मातरम् को लेकर कहा, “सदन में वह लोग वंदे मातरम गाना चाहते थे, जिन्होंने न आजादी से पहले और न बाद में कभी वंदे मातरम् गाया। जिन लोगों को तिरंगा पसंद नहीं था और एक रंग का झंडा चले, वे आज देशभक्ति का प्रमाण दे रहे हैं।” अखिलेश के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है।
सभा के दौरान अखिलेश यादव ने तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) और उनके पुत्र के. टी. रामाराव (KTR) को अपना “हमेशा का साथी” बताया। उन्होंने कहा, “KTR और आदरणीय KCR साहब हमारे साथी हैं, मैं उनके साथ रहा और रहूंगा।” उनके इस बयान को दक्षिण भारत में राजनीतिक गठजोड़ को मजबूत करने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि सपा दक्षिण में अपने विस्तार की संभावनाएं टटोल रही है और यह बयान इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश है।
अखिलेश यादव ने कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आने वाले समय में हर सेक्टर को प्रभावित करेगा और भारत को तकनीकी क्षमता के साथ आगे बढ़ना होगा। उनके शब्दों में, “कोई सेक्टर हम लोग देखेंगे तो AI का प्रभाव बहुत बढ़ता चला जा रहा है। इसीलिए विजन इंडिया का कार्यक्रम हैदराबाद में कर रहा हूं। देश को अब विजन के साथ चलना होगा।” इस बयान से पार्टी के भविष्य के तकनीकी एजेंडे और युवाओं को जोड़ने की रणनीति का संकेत मिलता है।
अपने संबोधन में अखिलेश यादव ने यूपी की वोटर लिस्ट में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि करीब 3 करोड़ वोट काटे जाने की तैयारी है, जो लोकतंत्र के खिलाफ “बड़ी साजिश” है। उन्होंने यह भी कहा कि यह पूरा मामला “SIR के बहाने NRC लागू करने” जैसा है। अखिलेश ने चुनाव आयोग से मांग की कि वह वोटर लिस्ट को पारदर्शी बनाए और किसी भी मतदाता का नाम बिना कारण हटाने की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाए।