

महराजगंज के लक्ष्मीपुर ब्लॉक में तैनात ADO ISB बृजानंद यादव का 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हो गया है। आरोप है कि यह रकम कोटा चयन प्रक्रिया में ली गई। वीडियो सामने आने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और ग्रामीणों ने अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। प्रशासन अब जांच की तैयारी में जुटा है।
ADO ISB बृजानंद यादव रिश्वत लेते कैमरे में कैद
Maharajganj: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां लक्ष्मीपुर ब्लॉक के ADO ISB बृजानंद यादव का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। यह वीडियो सिसवनिया विशुन ग्राम सभा से जुड़ा है। जहां कोटा चयन प्रक्रिया में धांधली के आरोपों के बीच 20 हजार रुपए नकद रिश्वत लेने की बात सामने आई है।
वीडियो हो रही वायरल
वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बृजानंद यादव खुलेआम 20 हजार रुपए लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह रकम ग्राम पंचायत में कोटा आवंटन से संबंधित कार्य के लिए ली गई थी। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, पूरे इलाके में गंभीर चर्चा शुरू हो गई।
कैमरे में कैद हुआ भ्रष्टाचार: महराजगंज में ADO ISB रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया
महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर ब्लॉक के सिसवनिया विशुन ग्राम सभा में कोटा चयन प्रक्रिया के दौरान ADO ISB बृजानंद यादव पर ₹20,000 की रिश्वत लेने का गंभीर आरोप है।#MaharajganjNews #CorruptionCaught… pic.twitter.com/VYSQkusrTa
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) August 22, 2025
तत्काल कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों और स्थानीय निवासियों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि यह मामला केवल एक रिश्वत की घटना नहीं, बल्कि ग्राम पंचायत स्तर पर हो रहे व्यापक भ्रष्टाचार का प्रतीक है। लोगों ने इसे शासन-प्रशासन की बड़ी लापरवाही बताया है और आरोपी अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
आधिकारिक बयान का इंतज़ार
अब तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। मामले की प्राथमिक जांच की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
जनता का उठा विश्वास
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो पात्र और गरीब लोगों का कोटा कभी भी सही तरीके से नहीं मिल पाएगा। इससे जनता का विश्वास प्रशासनिक तंत्र से उठ जाएगा।