

बुलंदशहर में पुलिस और मिशन शक्ति टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी आधार कार्ड तैयार करने वाले एक जनसुविधा केंद्र संचालक को गिरफ्तार किया है। आरोपी से 30 नकली आधार कार्ड, कंप्यूटर, लैपटॉप और प्रिंटर बरामद किए गए हैं। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है।
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Bulandshahr: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक बड़े फर्ज़ीवाड़े का खुलासा हुआ है। थाना खुर्जा नगर कोतवाली पुलिस और मिशन शक्ति टीम की संयुक्त कार्रवाई में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले एक जनसुविधा केंद्र संचालक को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान अतुल कुमार के रूप में हुई है, जो लंबे समय से इस अवैध धंधे में संलिप्त था।
30 फर्जी आधार कार्ड मिले
पुलिस को मिशन शक्ति टीम के माध्यम से सूचना मिली थी कि खुर्जा नगर क्षेत्र में एक जनसुविधा केंद्र के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए छापेमारी की, जिसमें आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। उसके पास से 30 फर्जी आधार कार्ड, एक कंप्यूटर, एक लैपटॉप और दो प्रिंटर बरामद किए गए हैं। जिनका उपयोग वह फर्जी दस्तावेज तैयार करने में करता था।
पुलिस जांच में बड़ा खुलासा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी UIDAI पोर्टल पर किसी भी वैध अपडेट के बिना नकली आधार कार्ड तैयार करता था और इसके लिए लोगों से अधिक पैसा वसूलता था। आरोपी लोगों की निजी जानकारी का गलत इस्तेमाल कर उन्हें आधार कार्ड में बदलाव का झांसा देता था, जबकि असल में वह पूरी तरह से फर्जी दस्तावेज तैयार करता था।
शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचा
प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी के जरिए तैयार किए गए फर्जी आधार कार्डों का इस्तेमाल कई सरकारी योजनाओं का अनुचित लाभ उठाने के लिए किया गया है। इसके चलते शासन को भी आर्थिक नुकसान पहुंचा है। पुलिस अब यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी के इस फर्जीवाड़े में और कौन-कौन लोग शामिल थे और क्या यह एक संगठित गिरोह का हिस्सा है।
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आरोपी को हिरासत में लिया
आरोपी अतुल कुमार के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है। साथ ही उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस द्वारा जब्त किए गए कंप्यूटर और अन्य डिजिटल उपकरणों की भी फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। जिससे यह पता चल सके कि उसने अब तक कितने लोगों के फर्जी दस्तावेज तैयार किए हैं।
पुलिस ने क्या कहा?
इस कार्रवाई को जिले में फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोहों पर एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मिशन शक्ति टीम और स्थानीय पुलिस के बीच तालमेल के चलते यह गिरफ्तारी संभव हो सकी। जनपद के एसएसपी ने कहा है कि इस प्रकार की गतिविधियों पर पूर्ण विराम लगाने के लिए पुलिस लगातार निगरानी और छापेमारी अभियान चलाएगी। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि अगर कहीं भी किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।