

हरदोई के शाहाबाद कोतवाली में रविवार रात पुलिस हिरासत में एक युवक की संदिग्ध मौत हो गई। युवक पर 16 साल की नाबालिग लड़की को भगाने का आरोप था। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया, लेकिन उसकी मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया और आरोप लगाया कि पुलिस ने लड़की के परिवार से पैसे लेकर उनके बेटे की हत्या की।
परिजनों ने किया हंगामा
Hardoi: हरदोई के शाहाबाद कोतवाली में रविवार रात एक युवक की पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक पर आरोप था कि उसने 16 साल की नाबालिग लड़की को भगाया था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर थाने लाया था, लेकिन रविवार की रात उसकी अचानक हालत बिगड़ गई और उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद मृतक के परिजनों ने थाने के बाहर हंगामा शुरू कर दिया और आरोप लगाया कि पुलिस ने लड़की के परिवार से तीन लाख रुपये लेकर उनके बेटे की हत्या कर दी। इसके बाद स्थानीय पुलिस अधिकारियों और डायल 112 के पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज कर लिया गया। इस मामले में शाहाबाद कोतवाली के विवेचक उपनिरीक्षक वरुण कुमार शुक्ला को सस्पेंड कर दिया गया है।
Video: हरदोई में पुलिस हिरासत में युवक की मौत पर आक्रोश, देखिए परिजनों ने कैसे काटा सड़क और थाने पर हंगामा, विवेचक निलंबित@Uppolice @hardoipolice #Crime #Hardoi pic.twitter.com/mWxIBSVEcE
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 1, 2025
घटना की सूचना मिलते ही एसपी नीरज कुमार जादौन शाहाबाद कोतवाली पहुंचे और मृतक के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। एसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए शव का परीक्षण डॉक्टरों के पैनल से वीडियोग्राफी के साथ किया जाएगा और मामले की जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज को भी सुरक्षित किया जा रहा है।
28 अगस्त को शाहाबाद थाना क्षेत्र के निवासी रामप्रसाद ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके 16 वर्षीय बेटी को अहमदनगर गांव के निवासी रवि राजपूत ने बहला-फुसलाकर अपने साथ भगा लिया था। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू की और पीड़िता को सकुशल बरामद करते हुए रवि राजपूत को हिरासत में ले लिया।
रविवार की रात आठ बजे जब रवि राजपूत की हालत बिगड़ी तो पुलिसकर्मी उसे इलाज के लिए स्थानीय सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने लड़की के परिवार से तीन लाख रुपये लिए और फिर युवक को मार दिया।
मृतक के परिवारवालों ने थाने के बाहर आकर विरोध प्रदर्शन किया और शाहाबाद हाइवे को जाम कर दिया। परिजनों ने पुलिस प्रशासन से न्याय की मांग की और आरोप लगाया कि पुलिस की करतूतों के कारण उनके बेटे की जान गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी नीरज कुमार जादौन शाहाबाद कोतवाली पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। एसपी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल से वीडियोग्राफी के साथ कराया जाएगा और इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।
एसपी ने कहा कि शाहाबाद कोतवाली में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी सुरक्षित की जा रही है, ताकि इस मामले की सच्चाई सामने आ सके। पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर पर उपनिरीक्षक वरुण कुमार शुक्ला, डायल 112 के दो पुलिसकर्मियों और लड़की के परिजनों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर विवेचक वरुण कुमार शुक्ला को निलंबित कर दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अन्य पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच पारदर्शी तरीके से की जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसे सख्त सजा दी जाएगी।
इस मामले में पुलिस ने थाने पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को सुरक्षित कर लिया है। एसपी नीरज कुमार जादौन ने कहा कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज से मामले की सच्चाई का पता लगाया जाएगा।
मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने युवक की हत्या कर दी और इस मामले को दबाने के लिए पैसे भी लिए। उनके द्वारा थाने के बाहर किए गए प्रदर्शन और जाम के कारण इलाके में तनाव का माहौल बन गया। हालांकि, एसपी ने स्थिति को संभालते हुए मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया।