कुत्ते ने फिर ली जान: गाजियाबाद में महिला दरोगा की मौत, जानें कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा

गाजियाबाद में देर रात ड्यूटी से लौट रही महिला दरोगा रिचा शर्मा की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। हादसा सड़क पर आए कुत्ते से स्कूटी को बचाने की कोशिश में हुआ, जब उन्हें सामने से आ रही कार ने टक्कर मार दी। इस घटना के बाद एक बार फिर सड़कों पर आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या और इससे होने वाले जानलेवा हादसे सवालों के घेरे में हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मुद्दे पर सख्ती दिखाई है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 18 August 2025, 10:26 AM IST
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Ghaziabad: कविनगर थाना क्षेत्र में तैनात महिला दरोगा रिचा शर्मा (25) की देर रात सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ, जब वह ड्यूटी समाप्त कर रात लगभग 2 बजे स्कूटी से अपने आवास लौट रही थी। बताया जा रहा है कि अचानक सड़क पर आए कुत्ते से स्कूटी को बचाने की कोशिश में वह असंतुलित होकर गिर पड़ी और सामने से आ रही एक कार ने उन्हें टक्कर मार दी। घटना कार्ट चौक के पास हुई, जहां हादसे के बाद महिला दरोगा को गंभीर हालत में सर्वोदय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

हेलमेट पहनने के बावजूद सिर में आई गंभीर चोट

रिचा शर्मा कानपुर नगर की निवासी थी और वर्ष 2023 बैच की भर्ती थी। वह फिलहाल गाजियाबाद में अकेली रह रही थी और कविनगर थाने की शास्त्रीनगर चौकी पर तैनात थी। रिचा शर्मा स्कूटी चलाते समय हेलमेट पहने हुई थी, लेकिन फिर भी टक्कर इतनी भीषण थी कि सिर में गंभीर चोट लग गई। हादसे के समय उन्होंने जैसे ही सामने आए कुत्ते से स्कूटी को मोड़ा, तभी सामने से तेज रफ्तार में आ रही कार ने उन्हें टक्कर मार दी।

पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव, परिवार को दी गई सूचना

घटना की सूचना मिलते ही एसीपी कविनगर भास्कर वर्मा समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। रिचा शर्मा का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और उनके परिवार को सूचना दे दी गई है। उनकी अभी शादी नहीं हुई थी। थाने में रिचा शर्मा के अलावा कानपुर नगर से दो और महिला दरोगा तैनात हैं। पुलिस विभाग और साथी अधिकारियों में रिचा की असमय मौत से गहरा शोक है।

आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या पर सुप्रीम कोर्ट सख्त

इसी बीच सुप्रीम कोर्ट ने भी देशभर में आवारा कुत्तों द्वारा किए जा रहे हमलों और रेबीज से हो रही मौतों पर स्वतः संज्ञान लेते हुए इसे बेहद चिंताजनक और डराने वाला बताया है। जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस आर महादेवन की बेंच ने इस मुद्दे को जनहित याचिका के रूप में दर्ज करने का आदेश देते हुए कहा कि दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में हर दिन सैकड़ों डॉग बाइट केस सामने आ रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट के 5 अहम आदेश

  1. 8 हफ्तों में डॉग शेल्टर पर्याप्त स्टाफ और CCTV के साथ बनाए जाएं।
  2. 6 हफ्तों में 5,000 कुत्तों को पकड़ने का अभियान शुरू हो, संवेदनशील क्षेत्रों से शुरुआत हो।
  3. दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम में पकड़े गए कुत्तों का रोजाना रिकॉर्ड रखें।
  4. एक हफ्ते में डॉग बाइट और रेबीज हेल्पलाइन चालू की जाए।
  5. रेबीज वैक्सीन का पूरा स्टॉक सुनिश्चित किया जाए और नियमित रिपोर्ट दी जाए।

फिर खड़ा हुआ बड़ा सवाल, कौन देगा जवाब?

इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हमारे शहरों की सड़कों पर आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित है? महिला दरोगा जैसी जिम्मेदार अधिकारी यदि इस तरह के हादसे का शिकार हो सकती हैं तो आम नागरिक कितने सुरक्षित हैं?

Location : 
  • Ghaziabad

Published : 
  • 18 August 2025, 10:26 AM IST