

कोल्हुई पुलिस पर न्यायालय के आदेश को दरकिनार करने का आरोप लगा है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़िये पूरी खबर
थाना कोल्हुई
महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद के कोल्हुई थाना क्षेत्र के खड़खोडी गांव में एक विवादित जमीन का मामला थाने में पहुंचा। लेकिन पुलिस ने पीड़ित की एक नहीं सुनी और आरोप है कि जांच के नाम पर पीड़ित को तीन दिनों से घुमाया जा रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, खड़खोडी निवासी पुरुषोत्तम पांडेय ने गुरुवार को कोल्हुई थाने में तहरीर दी है। इस तहरीर में उन्होंने लिखा है कि जमीन का विवाद पुरुषोत्तम बनाम सहदेव न्यायालय सिविल जज फरेंदा में चल रहा है। जिसका स्टे ऑर्डर भी मिला हुआ है, लेकिन बावजूद इसके दूसरे पक्ष के लोगों ने उसपर झोपड़ी डाल दिया है। इतना ही नहीं, मना करने पर वे झगड़ा कर रहे हैं। इसे लेकर, पीड़ित ने कोल्हुई पुलिस से निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन तहरीर देने के तीन बाद भी पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाने की जहमत नहीं उठाई।
जांच कर रहे पुलिसकर्मी पर गंभीर आरोप
वहीं शिकायतकर्ता पुरुषोत्तम ने बताया कि थाने में तहरीर देने के बाद, इसकी जांच थाना प्रभारी महोदय ने कोल्हुई थाने के पुलिसकर्मी इंद्रजीत राजभर को दी थी। लेकिन पता नहीं क्या कारण है कि उन्होंने तीन दिन बीतने के बाद भी दोनों पक्षों को एक साथ थाने पर बैठाकर मामले की जानकारी लेना उचित नहीं समझा। वहीं न्यायालय के स्टे ऑर्डर को भी उन्होंने दरकिनार कर रखा है।
थानेदार को अंधेरे में रखते हैं पुलिसकर्मी
फिलहाल अब सवाल ये उठता है कि अगर किसी शिकायत की जांच किसी पुलिसकर्मी को मिली तो उस मामले में क्या हुआ? क्या दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया? उसका निष्कर्ष क्या निकला? उसमें पुलिस क्या कर सकती है कि वहां विवाद न बढ़े ये सब कई सवाल है जो हर कोई जानना चाहता है।
बताया जा रहा है कि कुछ मनबढ़ किस्म के पुलिसकर्मी हैं, जो कि थानेदार को भी गुमराह करके रखते हैं। बाद में वही मामला बड़े विवाद का कारण बन जाता है, जिसका खामियाजा पीड़ित पक्ष या अन्य लोगों को भुगतना पड़ता है।
पुलिसकर्मी ने दी सफाई
वहीं इस मामले में जांच कर रहे पुलिसकर्मी इंद्रजीत राजभर ने जानकारी देते हुए बताया कि वे दोनों पक्षों को थाने बुलाने वाले थे, लेकिन एक पक्ष को बुलाने के बाद उनका मोबाइल खराब हो गया।