

यह हत्या 19 मई को हुई थी। जब विकास उर्फ छोटू का शव जंगल में रजवाहा की पटरी पर पड़ा मिला था। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की यह रिपोर्ट
इन दोनों सगे भाइयों ने किया था मर्डर
बागपत: जिले के टयोढ़ी गांव में 7 साल पुराने हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ है। इस सनसनीखेज मामले में दो भाइयों ने अपने ही परिवार के युवक को मौत के घाट उतारकर अपने भाई की हत्या का बदला ले लिया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि दोनों भाइयों ने आरोपी युवक की गर्दन रेतकर अपने भाई के खून का बदला लिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह घटना बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के ट्योढ़ी गांव की है। वर्ष 2018 में इसी गांव में अंकित शर्मा की हत्या कर दी गई थी। उस समय पुलिस ने गांव के ही विकास उर्फ छोटू और उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। विकास उस समय से जेल में था। लगभग डेढ़ साल पहले वह जमानत पर बाहर आया था। तभी से अंकित शर्मा के भाई पिंटू और नीटू अपने छोटे भाई की हत्या का बदला लेने की योजना बना रहे थे।
कैसे किया मर्डर?
दोनों भाइयों ने पहले तो आरोपी विकास की हत्या करने के कई प्रयास किए, लेकिन हर बार उनका प्लान असफल हो गया। इस बीच उन्हें जानकारी मिली कि विकास जंगल में अकेले घूमने जाता है। इस बात का उपयोग करते हुए उन्होंने चौथी बार योजना बनाई। जैसे ही विकास को जंगल में अकेले पाया। दोनों भाइयों ने उसे पकड़ लिया और धारदार हथियार से उसकी गर्दन के साथ कमर पर वार कर उसकी हत्या कर दी।
दोनों भाइयों को जेल भेजा
हत्या के बाद आरोपियों ने शव को जंगल में रजवाहा की पटरी पर फेंक दिया और अपने घर लौट आए। घटना के बाद ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू की। सीओ बड़ौत विजय कुमार तोमर ने बताया कि अपने भाई अंकित शर्मा की हत्या का बदला लेने के लिए पिंटू और नीटू ने विकास को मार डाला। दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जिला कारागार भेज दिया गया।
पूछताछ के बाद हुआ खुलासा
वास्तव में यह हत्या 19 मई को हुई थी। जब विकास उर्फ छोटू का शव जंगल में रजवाहा की पटरी पर पड़ा मिला था। उसकी गर्दन और कमर पर फरसे से वार किए गए थे। उस समय मृतक के पिता ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ बड़ौत कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद से पुलिस हत्यारोपियों की तलाश में जुटी थी। शक के आधार पर पुलिस ने मृतक अंकित शर्मा के भाई पिंटू और नीटू को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने ही विकास की हत्या का पूरा राज उगल दिया।