

यूपी एसटीएफ ने भारतीय खाद्य निगम में टेण्डर दिलाने के नाम पर 4 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के सरगना को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गिरफ्तार आरोपी
लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने भारतीय खाद्य निगम में टेण्डर दिलाने के नाम पर 4 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के सरगना को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बीते दिनों सैयद रफत मुईन पुत्र सैयद मुइनुद्दीन निवासी विरामखण्ड, गोमतीनगर लखनऊ द्वारा उनके साथ एफसीआई से 140 करोड़ का टेण्डर दिलाने के नाम पर अरविन्द चौहान उर्फ सागर खण्डेलवाल, अभिषेक ठाकुर, विषाल गर्ग, अभिषेक जैन व द्वारा 4 करोड़ रूपये की ठगी करने के सम्बन्ध में शिकायत दी यूपी एसटीएफ को दी गई थी।
जॉच के कार्यवाही के बीच एसटीएफ द्वारा सूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। इस दौरान सूचना मिली कि जनपद लखनऊ में एफसीआई में चावल, ज्वार मक्का का टेण्डर दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का सरगना अरविन्द चौहान उर्फ सागर खण्डेलवाल पुलिस मार्डन स्कूल विनीत खण्ड, गोमतीनगर लखनऊ के पीछे किसी से मिलने आने वाला है।
सूचना पर तत्काल टीम गठित कर रवाना किया गया, टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस मार्डन स्कूल विनीत खण्ड, गोमतीनगर लखनऊ के पीछे से अभियुक्त अरविन्द चौहान उर्फ सागर खण्डेलवाल को गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी का कबूलनामा
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि उसका वास्तविक नाम नजाहिर हुसैन पुत्र स्व0 अजादार हुसैन है। मैं ग्राम जरेली पोस्ट अभयराजपुर थाना-नवाबगंज, बरेली का मूल निवासी हूं। मेरी शिक्षा इण्टरमीडिएट है। मेरा एक संगठित गिरेाह है, जो लोगों को ठेका/टेण्डर दिलाने के नाम पर फर्जी व कूटरचित दस्तावेज के माध्यम से धोखाधड़ी कर ठगी करता है। इस काम में हम लोग अपना सही नाम व पता किसी को नही बताते है।
मैंने 2 फर्जी आधार कार्ड बनवा रखा है। रफत मुइम को अपना नाम अरविन्द चौहान उर्फ सागर खण्डेलवाल बताया था। मेरी श्री सैयद रफत मुईन व तनवीर जियाउद्दीन खान निवासी खुर्रमनगर लखनऊ से भारतीय खाद्य निगम से उत्तर प्रदेष व हरियाणा राज्य के चावल का लगभग 140 करोड़ रूपये का टेण्डर दिलाने की बात तय हुई थी। मैने रफत मुईम को बताया कि 140 करोड़ के टेण्डर का 10 प्रतिषत 14 करोड़ जमा करना पड़ेगा है।
14 करोड़ को वेव आफ कराने के लिए 5 करोड़ रूपये में बात तय हुई थी। जिसके बाद हम लोगों द्वारा अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेज दिखाकर उनको विष्वास में लेकर अलग-अलग तिथियों में लगभग 4 करोड़ रूपये नगद के रूप में ले लिया गया। शेष 1 करोड़ रूपये लेने के लिए रफत मुईम पर दबाव बना रहा था, कि पैसा जल्दी नहीं देने पर टेण्डर हाथ से निकल जायेगा।
बरामदगी
1- 2 अदद मोबाइल फोन।
2- 1 अदद घड़ी।
3- 1,500 नगद।
4- कूटरचित आधार कार्ड (अरविन्द चौहान, सागर खण्डेलवाल)
5- भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) का कूटरचित पहचान पत्र (अरविन्द चौहान)
6- कूटरचित बैंक ड्राफ्ट की छायाप्रति 02 वर्क।
7- निर्वाचन कार्ड नजाहिर हुसैन की छायाप्रति 02 वर्क।
8- पैन कार्ड नजाहिर हुसैन।
9- भारतीय खाद्य निगम के टेण्डर से सम्बन्धित कूटरचित प्रपत्र 96 वर्क।