

एक मासूम बच्ची इलाज करवाने के लिए मेरठ के मेडिकल कॉलेज में गई, लेकिन वहां पर उसकी इज्जत लूट गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स: इंटरनेट)
मेरठ: मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक किशोरी के साथ वॉशरूम में हुई दरिंदगी ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। यह घटना 21 जून की रात की बताई जा रही है, जिसमें एक 13 वर्षीय लड़की के साथ उसकी ही वार्ड में मौजूद एक युवक ने रेप की वारदात को अंजाम दिया। यह लड़की अपने पैर का ऑपरेशन कराने के लिए भर्ती हुई थी। आरोपी युवक उत्तराखंड के काशीपुर का निवासी है। आरोपी युवक अपने भाई का इलाज कराने यहां आया था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, पीड़िता एक गांव की रहने वाली है। जिसकी उम्र 13 साल है। उसके पैर का टेढ़ापन था, जिसे सुधारने के लिए उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। परिजनों ने शुक्रवार (20 जून) को उसे ऑपरेशन के लिए भर्ती किया था। उस समय उसकी मां भी अस्पताल में साथ थी।
कब और कहां दिया वारदात को अंजाम
रविवार (22 जून) रात लगभग 9 बजे के आसपास जब मां वार्ड में ही थी। उस समय पीड़िता वॉशरूम जा रही थी। इसी दौरान आरोपी युवक वहीं पर आ गया। आरोपी पीछे-पीछे वॉशरूम चला गया। वहां पर दोनों के बीच कुछ देर बात हुई। उसके बाद आरोपी ने उसके साथ रेप किया। शोर मचाने पर उसने लड़की को जान से मारने की धमकी दी। इस घटना के बाद लड़की डर के मारे कुछ न बोल सकी और अपने कमरे में जाकर सो गई।
कैसे हुआ रेप कांड का खुलासा
अगले दिन जब उसकी मां से उसकी वजह पूछी गई तो वह गुमसुम रहने लगी। जब बार-बार पूछने पर उसने पूरी घटना बताई। इसके बाद मां ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। मेडिकल थाना पुलिस ने रविवार रात ही पीड़िता की मां की तहरीर पर मामला दर्ज किया। आरोपी युवक रोहित को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह काशीपुर में एक लोहा गलाने की फैक्ट्री में काम करता है। पूछताछ के दौरान पता चला कि वह अपने भाई का इलाज कराने के लिए मेरठ आया था।
अस्पताल प्रशासन ने क्या बोला?
मेडिकल कॉलेज के ऑर्थो विभाग के प्रभारी डॉक्टर ज्ञानेश्वर टांक ने बताया कि घटना के बाद अस्पताल के स्टाफ को इस बात की जानकारी मिली कि किशोरी के साथ छेड़छाड़ हुई है। पुलिस को सूचित करने को कहा गया है। साथ ही वार्ड में मौजूद स्टाफ से पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि घटना के दौरान कौन-कौन ड्यूटी पर था।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
घटना के बाद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि वार्ड में 14 से अधिक मरीज थे। वहां मौजूद डाक्टर, सुरक्षाकर्मी और अन्य स्टाफ की ड्यूटी भी थी। बावजूद इसके आरोपी इस वारदात को अंजाम देने में सफल रहा। माना जा रहा है कि इस दौरान अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी सो रहे थे, जिससे घटना को अंजाम देना आसान हो गया। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जिससे घटना के वास्तविकता का पता लगाया जा सके।
पुलिस का बयान
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि जिस वार्ड में यह घटना हुई है, वहां के डॉक्टर और स्टाफ की भूमिका की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना की पूरी जांच की जा रही है। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है।