बाराबंकी में करंट लगने से 2 लोगों की मौत, बिजली विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

अब तक इस मामले में प्रशासन या बिजली विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच की जा रही है।

Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसे ने दो परिवारों को मातम में डुबो दिया। रामनगर थाना क्षेत्र के महादेव चौकी के सामने जलभराव में उतरे बिजली के करंट ने दो लोगों की जान ले ली। हादसे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और खिलाफ में इन्होने ग्रामीणों में बिजली विभाग के ग्राम प्रधान के खिलाफ भारी आक्रोश देखने को मिला।

बारिश से बना जलभराव, पोल से उतर रहा था करंट

हादसे की शुरुआत आज सुबह हुई, जब क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया। इसी बीच महादेव चौकी के सामने लगे एक बिजली के पोल से जल में करंट उतर रहा था। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस पोल में पहले से ही करंट उतरने की शिकायतें की जा चुकी थीं, लेकिन जिम्मेदार विभाग और अधिकारी लगातार लापरवाह बने रहे।

हौसला की मौत, बचाने गए संजय भी चपेट में

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गुलरिहा त्रिलोकपुर निवासी हौसला (30 वर्ष) जब जलभराव से गुजर रहे थे, तभी वे करंट की चपेट में आ गए और मौके पर ही तड़पने लगे। उन्हें बचाने के लिए पास में मौजूद संजय पुत्र नन्हा ने तुरंत पानी में उतरने की कोशिश की, लेकिन वे भी उसी करंट की चपेट में आ गए। देखते ही देखते दोनों व्यक्ति पानी में गिर पड़े और बेहोश हो गए।

सूचना के बाद बंद कराई गई बिजली आपूर्ति, अस्पताल में हुई मौत की पुष्टि

स्थानीय निवासी आनंद ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत बिजली विभाग को सूचना दी, जिसके बाद क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बंद कराई गई। इसके बाद ग्रामीणों ने दोनों को एम्बुलेंस के ज़रिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इस दर्दनाक खबर के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे गांव में मातम का माहौल व्याप्त है।

पहले से थी करंट की समस्या, अनसुनी रहीं शिकायतें

घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि इस बिजली के पोल में कई दिनों से करंट उतरने की समस्या थी। इस संबंध में ग्राम प्रधान और बिजली विभाग के अधिकारियों को कई बार शिकायत दी गई, लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई होती, तो आज दो जिंदगियां बच सकती थीं।

ग्रामीणों में भारी आक्रोश, जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग

घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। लोगों ने बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि अधिकारियों की लापरवाही से यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

प्रशासन की ओर से नहीं आया आधिकारिक बयान

अब तक इस मामले में प्रशासन या बिजली विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच की जा रही है।

Location :