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चंदौली जनपद के चकिया तहसील के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं लेकिन चार दिन बाद भी नहीं पहुंची कोई मदद। ग्रामीणों ने भाजपा विधायक और प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
चंदौली के चकिया क्षेत्र में चंद्रप्रभा नदी की बाढ़ से घिरे गांवों में फंसे ग्रामीण 50 घंटे से अधिक समय से मदद के इंतजार में हैं। अब तक कोई अधिकारी या जनप्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा है। फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और लोगों में उबाल है।
चंदौली जिले में चंद्रप्रभा नदी की बाढ़ ने आधा दर्जन गांवों को टापू बना दिया है। जरखोर, भटपुरवा, जगदीशपुर जैसे गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट गया है।
चंदौली जिले में चंद्रप्रभा नदी की बाढ़ ने तबाही मचा दी है। आधा दर्जन गांव टापू की शक्ल में तब्दील हो चुके हैं और ग्रामीण प्रशासनिक मदद को तरस रहे हैं। डीएम के दौरे से भी लोगों को कोई राहत नहीं मिल सकी जिससे आक्रोश बढ़ गया है।
उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद में गंगा के बढ़ते जलस्तर से नगवा और नरौली गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। ग्रामीणों ने बताया कि कई जगहों पर फसलें जलमग्न हो गई हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है।
चंदौली के बहादुरपुर और रतनपुर गांवों में गंगा का पानी घुसने से बाढ़ की स्थिति बन गई है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है। विधायक रमेश जायसवाल और एसडीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सहायता का आश्वासन दिया।
चंदौली जिले में गंगा के बढ़ते जलस्तर से नगवा और नरौली गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। विधायक और प्रशासन ने मिलकर राहत कार्यों की व्यवस्था की है। किसानों की फसल डूबने पर मुआवजे का आश्वासन भी दिया गया है।
चंदौली जिले के तटवर्ती गांवों में गंगा का पानी घुसने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन ने राहत व बचाव कार्य तेज कर दिया है और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की कोशिश हो रही है।