

पेनियरबाई की ताज़ा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि देश के छोटे व्यापारी तेजी से डिजिटल भुगतान प्रणाली अपना रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 48% छोटे कारोबारियों ने UPI को सबसे विश्वसनीय और सुविधाजनक भुगतान विकल्प माना है। महिलाओं के बीच आधार-बेस्ड बैंकिंग का उपयोग भी बढ़ा है, जिसमें 42% महिला उद्यमियों ने इसे अपनाया है। स्मार्टफोन अब छोटे कारोबारियों का मुख्य व्यापारिक उपकरण बन चुका है।
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स- गूगल)
New Delhi News: भारत का एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र अब तेजी से डिजिटल हो रहा है। देश की अग्रणी डिजिटल फिनटेक कंपनी पेनियरबाई की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में छोटे और मझोले व्यापारियों ने डिजिटल लेन-देन को बड़े स्तर पर अपनाया है। सर्वेक्षण में शामिल 48% व्यापारियों ने UPI को अपने पसंदीदा भुगतान माध्यम के रूप में चुना है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, इसके बाद 39% कारोबारियों ने आधार-आधारित बैंकिंग को प्राथमिकता दी, जिसमें खास बात यह रही कि महिला कारोबारियों में इसका उपयोग 42% तक पहुंच गया है। इसका मुख्य कारण आधार बैंकिंग में बायोमैट्रिक सत्यापन जैसे फिंगरप्रिंट और फेस ऑथेंटिकेशन के सुरक्षित विकल्पों को माना गया है, जिससे भरोसा बढ़ा है।
स्मार्टफोन बना व्यापार का नया हथियार
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि 71% छोटे व्यापारियों ने स्मार्टफोन को अपना मुख्य व्यापारिक उपकरण बताया है। खासकर महिला व्यापारियों में यह संख्या 84% तक पहुंच गई है। स्मार्टफोन की मदद से वे न केवल डिजिटल भुगतान कर रही हैं, बल्कि इन्वेंट्री मैनेजमेंट, बिलिंग और कस्टमर एंगेजमेंट के लिए डिजिटल टूल्स भी अपना रही हैं।
एआई और ऑटोमेशन की ओर बढ़ते कदम
हालांकि अभी केवल 7% छोटे कारोबारी ही एआई और ऑटोमेटेड टूल्स का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण शुरुआत मानी जा रही है। इन कारोबारी तकनीकों में इन्वेंट्री ऐप्स, ऑटोमैटिक बिलिंग सिस्टम और ग्राहक प्रबंधन प्लेटफॉर्म शामिल हैं, जो व्यापार को अधिक सुव्यवस्थित और लाभकारी बना रहे हैं।
CEO ने क्या कहा?
पेनियरबाई के फाउंडर और CEO आनंद कुमार बजाज ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा भारत का एमएसएमई सेक्टर अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। स्मार्टफोन, यूपीआई और आधार जैसी डिजिटल तकनीकों को तेजी से अपनाना यह दर्शाता है कि यह सेक्टर अब आधुनिकता की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ा चुका है।
किन व्यापारियों पर हुआ सर्वे?
इस सर्वे में देशभर के 10,000 छोटे व्यापारियों को शामिल किया गया। इनमें किराना स्टोर, मोबाइल रिचार्ज शॉप, मेडिकल स्टोर, ग्राहक सेवा केंद्र (CSP) और ट्रैवल एजेंसियां प्रमुख रहीं। यह सर्वे दर्शाता है कि डिजिटल तकनीक अब केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि ग्रामीण और कस्बाई भारत में भी तेजी से फैल रही है।