लेखक दामोदर मौजो ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित, जानिये उनके बारे में
गोवा के लेखक दामोदर मौजो को देश के सर्वोच्च साहित्य सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
पणजी: गोवा के लेखक दामोदर मौजो को देश के सर्वोच्च साहित्य सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गोवा के राज्यपाल पी. एस. श्रीधरन पिल्लई ने उन्हें यह पुरस्कार दिया। राज्यपाल ने शनिवार को पुरस्कार प्रदान करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मौजो कोंकणी साहित्यिक संस्कृति का प्रतीक हैं।
गोवा की राजधानी पणजी के पास राजभवन में आयोजित समारोह में मशहूर शायर गुलजार भी शामिल हुए।
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मौजो की 25 पुस्तकें कोंकणी और एक पुस्तक अंग्रेजी में प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी कई पुस्तकों का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद किया गया है।
पिल्लई ने कहा कि कोंकणी को भले की कुछ लाख लोग ही बोलते हैं, लेकिन इसका साहित्य समृद्ध है।
मौजो के प्रसिद्ध उपन्यास ‘कार्मेलिन’ को 1983 में साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था। इस उपन्यास का 1981 में प्रकाशित हिंदी, मराठी, अंग्रेजी, पंजाबी, सिंधी, तमिल, उड़िया और मैथिली भाषाओं में अनुवाद किया गया है।
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नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के लिए दिल्ली पहुंचे गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ऑनलाइन माध्यम से समारोह में शामिल हुए। राज्य के कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गौड़े और भारतीय ज्ञानपीठ के अध्यक्ष न्यायमूर्ति वीरेंद्र जैन भी इस आयोजन के दौरान राजभवन में उपस्थित थे।