DN Exclusive: सिद्दार्थनगर दौरे पर क्या प्रधानमंत्री मोदी महराजगंज को रेल लाइन से जोड़ने का ऐलान करेंगे?
इन दिनों इलाके में बड़ी हलचल मची है। वजह प्रधानमंत्री मोदी 6 दिन बाद सिद्दार्थनगर के दौरे पर आने वाले हैं। तमाम अखबारों में खूब हो-हल्ला मचा है, चुनावी बेला में आ रहे पीएम इस जिले को ये देंगे, उस जिले को वो देंगे तो महराजगंज जिले के 30 लाख लोगों के प्रतिनिधि डाइनामाइट न्यूज़ ने भी सोचा कि चलो इस बात की तहकीकात कर लें कि 65 किमी की दूरी पर आ रहे पीएम मोदी क्या चुनावी बेला में महराजगंज जिला मुख्यालय को रेल लाइन से जोड़ेंगे? एक्सक्लूसिव तहकीकात:
महराजगंज: उन बदनसीब जिला मुख्यालयों में महराजगंज शामिल है जहां आजादी के 75 साल बाद भी रेल सुविधा नहीं है। सात साल से केन्द्र में मोदी सरकार काबिज है और लगभग साढ़े चार साल से राज्य में योगी सरकार लेकिन इन मोदी-योगी की सरकार ने आज तक महराजगंज जनपद मुख्यालय को रेलवे लाइन से जोड़ने की सुध नहीं ली।
बात 2016 की है। यूपी के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा महराजगंज आये थे। तब उन्होंने जमकर चुनावी भाषण दिया कि राज्य सरकार जमीन नहीं दे रही है इसलिए महराजगंज में मोदी सरकार रेल लाइन नहीं बिछा पा रही है। यदि राज्य में भाजपा सरकार आ जायेगी तो तुरंत यहां रेल लाइन बिछवा दी जायेगी।
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तब जनता को लगा कि शायद भाजपा की राज्य में सरकार आ जाने के बाद उनकी बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हो जायेगी लेकिन ये क्या जिले से लेकर प्रदेश और प्रदेश से लेकर केन्द्र हर जगह तक भगवा फहरने के बाद भी रेल लाइन नहीं आयी? ऐसे में जनता कटाक्ष करने से नहीं चूक रही कि लगता है अबकि चुनाव में भाजपा का कोई नेता प्रचार करने आयेगा और शायद बहाना बना दे कि अमेरिका में भगवा सरकार नहीं है इसलिए यहां रेल लाइन नहीं बिछ पा रही है!
जोर-शोर से चारों तरफ प्रचार किया जा रहा है कि सिद्दार्थनगर के दौर पर पीएम जब आयेंगे तो अगल-बगल के इन-इन जिलों के लिए ये करेंगे, वो करेंगे लेकिन महराजगंज के 30 लाख लोग पूछ रहे हैं कि मोदी जी.. महराजगंज जिला मुख्यालय को रेल लाइन से कब जोड़ेंगे?
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जब डाइनामाइट न्यूज़ ने इसके अंदर की पड़ताल की तो अचंभे वाली बात यह निकली कि जनता के वोटों पर जीतने वाले जनप्रतिनिधि इस बात पर निश्चिंत रहते है कि नगर में रेल लाइन आये या न आये चुनाव तो भाजपा के प्रत्याशी ही जीतेंगे क्योंकि जनता काम देखकर नहीं कमल छाप पर आंख मूंद कर वोट देती है।