महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में फंसे व्हेल के बच्चे को 40 घंटे बाद वापस समुद्र में भेजा गया
महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में गणपतिपुले के तट पर फंसे 35 फुट लंबे व्हेल के बच्चे को 40 घंटे की मशक्कत के बाद बुधवार को वापस समुद्र में धकेल दिया गया, जिससे वहां मौजूद पर्यटक और स्थानीय लोग खुश हो गए। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
![व्हेल के बच्चे को 40 घंटे बाद वापस समुद्र में भेजा गया](https://static.dynamitenews.com/images/2023/11/15/whale-baby-stranded-in-maharashtras-ratnagiri-district-sent-back-to-sea-after-40-hours/6554c77dbaf4f.jpg)
मुंबई: महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में गणपतिपुले के तट पर फंसे 35 फुट लंबे व्हेल के बच्चे को 40 घंटे की मशक्कत के बाद बुधवार को वापस समुद्र में धकेल दिया गया, जिससे वहां मौजूद पर्यटक और स्थानीय लोग खुश हो गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि करीब चार टन वजनी व्हेल का बच्चा सोमवार को तट पर आ गया था और कम ज्वार के कारण समुद्र तट के पास रेत में फंस गया था।
उन्होंने बताया कि पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने संघर्ष कर रहे व्हेल को देखा और रत्नागिरी पुलिस, तटरक्षक बल सहित अन्य अधिकारियों को इसकी सूचना दी, जिसके परिणामस्वरूप बचाव अभियान चलाया गया।
यह भी पढ़ें |
Road Accident: रत्नागिरी जिले में ट्रक और तिपहिया वाहन की भीषण टक्कर, आठ लोगों की मौत, सात घायल
अधिकारी ने बताया कि व्हेल के बच्चे को समुद्र की गहराई तक पहुंचाने के लिए अग्निशमन दल, पुलिस और स्थानीय लोगों ने प्रयास किए, लेकिन शुरुआत में वे सफल नहीं सकें।
इस दौरान पशु चिकित्सकों की एक टीम भी मौके पर मौजूद थी और व्हेल को जीवित रखने के लिए उसे तरल पदार्थ दे रही थी।
उन्होंने बताया कि बचाव कर्मियों ने इस प्राणी के शरीर में पानी की कमी नहीं होने देने के लिए कड़ी मशक्कत की तथा उसे बेल्ट से बांधकर पानी में धकेलने का प्रयास किया, हालांकि इसमें वे सफल नहीं हो सकें।
यह भी पढ़ें |
बारसू रिफाइनरी परियोजना का विरोध कर रहे ग्रामीणों की शरद पवार से मुलाकात, जानिये पूरा अपडेट
बाद में एक टगबोट (नौका या पोत को खींचकर ले जाने वाली नाव) की मदद से व्हेल को पानी में छोड़ा गया।