उपराष्ट्रपति ने किसानों के बच्चों को कृषि उपज के व्यवसायिक क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया

डीएन ब्यूरो

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को किसानों के बच्चों को अपने कृषि उत्पादों के व्यवसाय के क्षेत्र में उतरने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत में कृषि उत्पादन में सबसे बड़ी संभावनाएं हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़


 

हिसार (हरियाणा): उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को किसानों के बच्चों को अपने कृषि उत्पादों के व्यवसाय के क्षेत्र में उतरने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत में कृषि उत्पादन में सबसे बड़ी संभावनाएं हैं।

 डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक यहां चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित हरियाणा कृषि विकास मेले का उद्घाटन करने के बाद किसानों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि कृषक समुदाय भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और उनकी कड़ी मेहनत के कारण देश दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।

धनखड़ ने कहा, ‘‘अगर आप बदलाव के वाहक बनते हैं और इसे आगे ले जाते हैं, तो जब देश 2047 में अपनी आजादी की शताब्दी मनाएगा तो भारत दुनिया में नंबर एक होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आज, करोड़ों रुपये के पैकेज वाले आईआईटी के छात्र, आईआईएम के छात्र इस्तीफा दे रहे हैं और बड़ी सरकारी नौकरियों वाले लोग इस्तीफा दे रहे हैं। वे क्या कर रहे हैं? वे दूध, सब्जी और खाद्यान्न के व्यापार में उतर रहे हैं। इसका मतलब है कि आज भारत में कृषि उत्पादन की सबसे बड़ी क्षमता है।’’

उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘अगर आज किसी किसान का बेटा या बेटी कृषि उत्पाद के व्यवसाय में उतर जाए तो यह शानदार होगा। बहुत बड़ा बदलाव होगा।’’

धनखड़ ने कहा कि अगर किसान अपनी फसल की पैदावार तैयार करते हैं, तो उन्हें उनका व्यापार भी करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उनका व्यापार क्यों नहीं करना चाहिए? यह एक बहुत बड़ा व्यवसाय है।’’

उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण फसलें उपजाने के साथ-साथ उनका विपणन भी करना चाहिए। धनखड़ ने सरसों से तेल निकाले जाने का उदाहरण देते हुए कहा कि किसान इस तरह के मूल्यवर्धन से अपनी आय बढ़ा सकते हैं और उन्हें इसके लिए सरकारी योजनाओं का भी लाभ उठाना चाहिए।

उपराष्ट्रपति ने किसानों से कृषि के क्षेत्र में हो रही नयी तकनीकी प्रगति और नवाचारों को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘किसानों को नयी तकनीक अपनानी होगी। प्रौद्योगिकी और किसानों का सदियों से रिश्ता रहा है...हम नयी चीजें सीखते हैं। हमें एक जगह रुकना नहीं है। हमें लगातार आगे बढ़ना होगा।’’

धनखड़ ने कहा, ‘‘अपने प्रतिभाशाली बेटों और बेटियों को कृषि उपज के निर्यात में शामिल होने के लिए कहें।’’

उपराष्ट्रपति ने चीन में एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की भी सराहना की। धनखड़ ने कहा कि प्रतियोगिता में जीते गए कुल पदकों में से एक तिहाई पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते, जो एक बड़ी उपलब्धि है। इस कार्यक्रम में हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल भी मौजूद थे।

 










संबंधित समाचार