वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन : रोजगार के अवसर पैदा करता है निवेश

डीएन ब्यूरो

गुजरात की प्रगति को लेकर प्रतिबद्धता न केवल इसकी संपन्न अर्थव्यवस्था में बल्कि रोजगार के आंकड़ों में भी स्पष्ट नजर आती है। राज्य में श्रमबल भागीदारी दर 44.3 प्रतिशत है और सभी आयु समूहों के लिए श्रमिक जनसंख्या अनुपात 43.3 प्रतिशत है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन
वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन


अहमदाबाद:  गुजरात की प्रगति को लेकर प्रतिबद्धता न केवल इसकी संपन्न अर्थव्यवस्था में बल्कि रोजगार के आंकड़ों में भी स्पष्ट नजर आती है। राज्य में श्रमबल भागीदारी दर 44.3 प्रतिशत है और सभी आयु समूहों के लिए श्रमिक जनसंख्या अनुपात 43.3 प्रतिशत है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि अवसर पैदा करने और एक संपन्न कार्यबल को बढ़ावा देने के लिए गुजरात सरकार की प्रतिबद्धता तमाम आंकड़ों और विशेषज्ञों के विश्लेषण में स्पष्ट नजर आती है। अन्य राज्य भी बेरोजगारी कम करने के लिए इस मॉडल को अपना सकते हैं।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, गुजरात की बेरोजगारी दर 2.2 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत 4.2 प्रतिशत से काफी कम है। इसका श्रेय सरकार द्वारा बनाए गए अनुकूल निवेश माहौल को जाता है, जिससे रोजगार सृजन में वृद्धि हुई है।

सरकार ने एक बयान में कहा कि 10 से 12 जनवरी तक आयोजित होने वाले वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन से पहले राज्य सरकार के साथ निवेशकों द्वारा अबतक हस्ताक्षरित 2,700 से अधिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) में करीब 10.91 लाख रोजगार के अवसर पैदा करने की क्षमता है।

वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन ने राज्य को उद्योग 4.0 के लिए आवश्यक कौशल के साथ भविष्य के लिए कार्यबल तैयार करने और कौशल विकास को वैश्विक तंत्र विकसित करने के मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का अवसर दिया है।

राज्य के श्रम, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव अंजू शर्मा ने कहा कि आगामी वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन के हिस्से के रूप में राज्य सरकार केंद्र की विकसित भारत@2047 पहल के लिए 11 जनवरी को एक संगोष्ठी आयोजित करेगी। इस पहल के तहत सरकार का लक्ष्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है।

एक अन्य संगोष्ठी में कौशल विकास के लिए विश्वस्तर पर परस्पर जुड़े तंत्र स्थापित करने की रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी। इसमें 21वीं सदी के कार्यबल के लिए मानव पूंजी को अनुकूलित करने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों, नवीन शिक्षाशास्त्र और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के संश्लेषण पर जोर दिया जाएगा।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य रोजगार कार्यालयों के जरिये वर्ष 2021 में कुल पंजीकरण नियुक्तियों का प्रतिशत 84.5 प्रतिशत है, जो 2004 में केवल 33 प्रतिशत था।

मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात देश की वृद्धि का इंजन इंजन बन गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ गुजरात सरकार का अवसर पैदा करने और एक संपन्न कार्यबल को बढ़ावा देने पर जोर तमाम आंकड़ों और विशेषज्ञों के विश्लेषण में स्पष्ट दिखता है। अन्य राज्य भी बेरोजगारी कम करने के लिए इस मॉडल को अपना सकते हैं।’’

 










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