वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में पुलिस का शर्मनाक आचरण, रेप पीड़िता को धमकाने का आरोप

डीएन संवाददाता

सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनी एक नाबालिग लड़की और उसके परिजनों ने पुलिस पर बड़े गंभीर आरोप लगाये हैं। पीड़ित लड़की और उसकी मां का कहना है कि पुलिस ने पूछताछ के नाम पर लड़की को प्रताड़ित किया और बयान बदलने का दबाव बनाया। पूरी खबर..

दुष्कर्म की शिकार नाबालिग लड़की (फाइल फोटो)
दुष्कर्म की शिकार नाबालिग लड़की (फाइल फोटो)


वाराणसी: सरकार पुलिस को सुधारने की आये दिन नसीहत देती रहती है, लेकिन पुलिस है कि सुधरने का नाम नहीं लेती। पुलिस के आचरण से जुड़ा हुआ यह ताजा मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के भेलूपुर थाना क्षेत्र का है। पुलिस पर दुष्कर्म की शिकार बनी नाबालिग लड़की को न्याय दिलाने के उलट पूछताछ के नाम पर उसे डरा-धमकाकर रेप से संबंधित बयान में बदलाव कराने और संबंधित रिपोर्ट को बदलने का आरोप है। 

 

 

गौरतलब है कि भेलूपुर थाना क्षेत्र में 9 मई को कुछ दंबगों ने कथित तौर पर एक नाबालिक लड़की का अपहरण किया और लोहता अन्तर्गत गोपीपुर ले जाकर उसके साथ गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया। मीडिया में मामला सामने आने पर  पुलिस ने इस घटना के संबंध में अभियोग पंजीकृत किया।

 

इस घटना में पीडित नाबालिग लड़की की मां का कहना है कि शुक्रवार को पुलिस ने पूछताछ के नाम पर उसकी नाबालिग बेटी को रात 10 बजे घर से जबरन थाने बुलाया। जहां पुलिस ने रिपोर्ट और बयान बदलने के लिये लड़की के साथ बदसलूकी की। पीड़ित लड़की की मां ने पुलिस पर थाने में लड़की को भद्दी गालियां देकर और डरा-धमका कर पूरा बयान बदलने का भी आरोप लगाया है।

पीड़ित नाबालिग लड़की का कहना है कि शुक्रवार रात को 10 बजे एक महिला कांस्टेबल और सादी वर्दी में एक पुलिस वाला उनके घर आए। उन्होंने बयान दर्ज करने के लिए पुलिस स्टेशन चलने को कहा। रात का समय होने के कारण लड़की और उसके परिजनों ने कल सुबह थाना आने को कहा लेकिन पुलिस नहीं मानी। मां के साथ भेलूपुर थाना पहुंचने पर शिवबदन त्रिपाठी पीड़ित लड़की से पूछताछ करने लगे। पीड़ित लड़की का कहना है कि वह उससे गाली देकर बात कर रहा था। महिला पुलिसकर्मी ने उसे कई बार गाली देने से रोका भी। नाबालिक रेप पीड़िता ने पुलिस पर आरोप लगाया की पुलिस ने उसकी FIR रिपोर्ट उसके तरीके से नहीं लिखी उसे बदल दिया गया।

 

लड़की की मां का पुलिस पर आरोप है कि पूछताछ के दौरान उनको लड़की के साथ अंदर नहीं जाने दिया गया और बाहर बैठाया गया। पीड़ित की मां ने बताया पुलिस ने उन्हें रात 12:30 बजे थाने से छोड़ा गया।

लड़की की देखभाल करने वाले ने बताया है कि मिंटू सिंह एवं 4 लोगों ने लड़की को अगवा किया जिस जगह लड़की को बंदी बनाकर दुष्कर्म किया गया वहां पर 10-12 लड़की और बंदी बनाई गई हैं, जिसका दुष्कर्म करके वीडियो बनाया जाता है। बाद में लड़कियों को बेचने का भी काम किया जाता था।
 










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