वाराणसी: श्रावण मास में काँवड़ यात्रा को लेकर डीजीपी व प्रमुख सचिव ने अफसरों संग की बैठक, कई निर्देश जारी
श्रावण मास में काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने समेत सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त सुनिश्चित करने के लिये डीजीपी ओम प्रकाश सिंह और प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। पूरी खबर..
वाराणसी: श्रावण मास में काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान मे रखते हुए श्रद्धालुओं के लिये जरूरी सुविधाओं समेत सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये जाएंगे। डीजीपी ओम प्रकाश सिंह और प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने अधिकारियों के साथ अहम बैठक कर वाराणसी, आजगढ़, इलाहाबाद और मिर्जापुर मंडल के अधिकारियों को श्रावण मास की तैयारियों को समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिये। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये गये।
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प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने बैठक में 4 मंडलों के डीएम और एसएसपी से कहा कि वे प्रत्येक विभाग को समय रहते उनकी जिम्मेदारी बता दें, ताकि कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानियों से न जूझना पड़े। साथ ही उन्होंने पेय जल व्यवस्था, बिजली व्यवस्था, आवागमन आदि को दुरूस्त करने के सख्त निर्देश भी दिए। इसके अलावा PWD को आदेश दिया गया है कि जो भी सड़कें बनाई जा रही हैं, उनका निर्माण जल्द से जल्द पूरा किया जाये।
बैठक में इसके अलावा पूरी कावड़ यात्रा को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए भी जरूरी निर्देश दिये गये। अधिकारियों ने कहा कि इस दौरान किसी भी कीमत पर प्लास्टिक की चीजों का इस्तेमाल न करने दिया जाये। सावन के लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए एक बेहद खास योजना बनाई गयी है। महत्वपूर्ण दिनों में ट्रैफिक डायवर्ट किये जाने का भी प्लान बनाया जा चुका है।
यात्रा के दौरान हर गतिविधि पर नजर रखने के लिये सीसीटीवी कैमरों का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में किया जाएगा। इसके अलावा ड्रोन कैमरों की व्यवस्था भी की गई है। अस्थाई पिकेट भी बनाए जायेंगे। अफवाहों को रोकने के लिए पुलिस ने पुख्ता व्यवस्था की है।
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बैठक में कहा गया है कि संवेदनशील इलाकों को चिन्हित किया जा चुका है। कांवड़ समितियों के साथ पर्याप्त बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं। ट्रैफिक प्लान के अलावा इमरजेंसी प्लान भी होगा। गंगा में गोताखोरों का विशेष प्रबंध किया गया है, ताकि किसी भी तरह की घटना होने पर समय रहते लोगों को मद्द पहुंचाई जा सके।