

कानपुर में बीती रात यूपी पुलिस के 8 कर्मचारियों की हत्या करने वाले कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दूबे पहले से ही दुर्दांत अपराधी रहा है। जानिये, इस कुख्यात अपराधी की कहानी..
लखनऊ: कानपुर में बीती रात यूपी पुलिस के 8 कर्मियों की हत्या करने वाला कुख्यात अपराधी विकास दुबे राज्य के दुर्दांत अपराधियों में शामिल रहा है। यह अपराधी कई मामलों में वांछित है।
डाइनामाइट न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक यह कुख्यात अपराधी कानपुर के कृष्णानगर क्षेत्र में अपनी बुआ के मकान में छिपकर रहता था। कई मामलों में वांछित यह अपराधी उसके खिलाफ गवाही देने वालों को धमकाकर अपने पक्ष में कर लेता था। वह अपनी खास आदतों के कारण सभी लोगों में भय और दहशत का माहौल बनाये रखता था। जिस कारण कोई भी उसके खिलाफ आसानी से मुंह नहीं खोलता था।
यह हिस्ट्रीशीटर खास लाइफ स्टाइल के लिये भी जाना जाता है। मंहगी चीजें खरीदने और पहनने का इसे बड़ा शौक रहा है। हथियारों के मामले में भी वह अत्याधुनिक और मंहगे हथियारों को खरीदने का शौकीन रहा है।
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने 11 नवंबर 2001 को कानपुर के थाना शिवली के बाहर भाजपा नेता संतोष शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा उसने कई अन्य हत्या की वारदातों को भी अंजाम दिया था। कुछ मामलों में गिरफ्तारी के बाद उसे जमानत पर छोड़ दिया गया।
इस अपराधी ने भाजपा नेता संतोष शुक्ला हत्याकांड के गवाहों को भी धमकी देकर अपने पक्ष में कर लिया था। बताया जाता कि राज्य समेत राजधानी लखनऊ के कई अपराधियों से उसके कनेक्शन हैं। यह दुर्दांत अपराधी पूर्व में प्रधान व जिला पंचायत सदस्य भी रह चुका है।
इस अपराधी को कानपुर के कृष्णानगर क्षेत्र में अपनी बुआ की संपत्ति मिल गई थी। वह इसी मकान में छिपकर रह रहा था।