UP’s Bureaucracy: एक दिन में दो आदेश, संजय प्रसाद की दिखी हनक

कल का दिन उत्तर प्रदेश की नौकरशाही के लिहाज से काफी उठापटक भरा रहा। नौकरशाही के गलियारे संजय प्रसाद नये सितारे बनकर उभरे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:

Updated : 1 September 2022, 5:47 PM IST
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लखनऊ: बुधवार की शाम जब यह खबर आम हो गयी कि दिल्ली से यूपी के बेहद ताकतवर अफसर अवनीश कुमार अवस्थी को सेवा विस्तार नहीं मिल पाया तो फिर कयास लगने लगा कि गृह जैसे उनके अहम विभाग किसे मिलेंगे।

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शाम होते-होते यह खबर आ गयी कि अवनीश अवस्थी के सभी विभागों की जिम्मा अतिरिक्त तौर पर 1995 बैच के आईएएस संजय प्रसाद को देने का आदेश जारी कर दिया गया है। तो फिर कईयों ने कयास लगाना शुरु किया कि गृह जैसा भारी-भरकम जलवेदार महकमा अतिरिक्त के रुप में उनके पास कब तक रहेगा। 

लोग चर्चा कर ही रहे थे कि इसी बीच चंद घंटों बाद दिग्गज 16 आईएएस अफसरों की जो सूची जारी हुई उसे देख अधिकांश के चेहरे के रंग उड़ गये। वजह इनमें कई चौंकाने वाले फेरबदल शामिल रहे।

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सबसे महत्वपूर्ण यदि कुछ रहा तो वह संजय प्रसाद की हनक। उनके पास पहले से मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव का जिम्मा था। जो नये आदेश के तहत भी रहेगा। गृह विभाग का उन्हें अतिरिक्त की जगह नियमित प्रमुख सचिव बना दिया गया। उनके पास सूचना विभाग पहले से था लेकिन HOD थे नवनीत सहगल। नवनीत सहगल की सूचना से विदाई के बाद अब संजय प्रसाद सूचना विभाग के भी सर्वे-सर्वा हो गये हैं। गोपन, सतर्कता, प्रोटोकाल, बीजा पासपोर्ट ये सब भी संजय प्रसाद के पास ही रहेगा।

इस तरह से आज की तारीख में संजय प्रसाद राज्य के दूसरे नंबर के सबसे ताकतवर अफसर बन गये हैं।