यूपी एसटीएफ ने भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर अवैध धन उगाही करने वाले गैंग के सरगना को किया गिरफ्तार

डीएन संवाददाता

उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने नौसेना में उच्चाधिकारी बनकर भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर युवाओं से धन उगाही करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार अतुल माथुर
एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार अतुल माथुर


लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने एक ऐसे अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया, जो भारतीय नौसेना में उच्चाधिकारी बनकर भारतीय रक्षा मंत्रालय में नौकरी दिलाने व भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर अवैध रूप से धन उगाही का काम करता था। एसटीएफ ने इस अन्तर्राज्यीय गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया। एसटीएफ ने यह गिरफ्तारी मिलिट्री इन्टेलीजेन्स (ऊधमपुर, जम्मू कश्मीर) की एक गोपनीय सूचना के आधार पर की। गिरफ्तारी आरोपी खुद को भारतीय नौसेना में उच्चाधिकारी बताकर युवाओं से ठगी कर रहा था।

गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण और बरामदगी
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान अतुल माथुर निवासी नगला अस्थर, थाना सहावरगेट, जनपद कासगंज के रूप में की गई। गिरफ्तार अभियुक्त के पास से 2 पी कैप इण्डियन नेवी, 2 पी कैप व्हाइट कलर इण्डियन नेवी ऑफिसर, 1 जंगल वर्दी पैंट, 3 जोडी जूते अदद इण्डियन नेवी डीएमएस, 2 काम्बैट इण्डियन नेवी फुल यूनिफार्म, 6 जोड़ी इण्डियन नेवी लेप्टीनेंट कमांडर रैंक, 6 इण्डियन नेवी आईकार्ड कवर, 1 आईकार्ड डोरी इण्डियन नेवी, 2 ब्लैक पैंट इण्डियन नेवी, 1 जर्सी इण्डियन नेवी, 1 इण्डियन नवल एकेडमी आईडन्टी कार्ड अतुल माथुर समेत कई फर्जी दस्तावेज बरामद किये।

गिरफ्तारी का स्थान 
एसटीएफ ने आरोपी अतुल माथुर को मंगलवार को देर शाम सेक्टर-120 आम्रपाली जोडियॉक आर्पटमेंट नोएडा, थाना सेक्टर-113  कमिश्नरेट गौतमबुद्वनगर से बरामद किया। 

गिरफ्तारी की कहानी
यूपी एसटीएफ को भारतीय रक्षा मंत्रालय व भारतीय सेना में सरकारी पद पर नियुक्ति के लिये फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले संगठित गिरोहों के सम्बन्ध में सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी। इस मामले का खुलासा करने और आरोपियों की धरपकड़ के लिये एसटीएफ ने एक टीम का गठन किया।

गोपनीय सूचना आई काम

अभिसूचना संकलन के दौरान मिलिट्री इन्टेलीजेन्स (ऊधमपुर जम्मू-कश्मीर) द्वारा गोपनीय सूचना के माध्यम से ज्ञात हुआ कि 28 फरवरी 2023 को भारतीय रक्षा मंत्रालय व भारतीय सेना में सरकारी नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले संगठित गिरोह के सरगना सेक्टर-120 आम्रपाली जोडियाॅक आर्पटमेंट नोएडा, थाना सेक्टर-113 कमिश्नरेट गौतमबुद्वनगर अपनी गाड़ी से आने वाला है। 

घेराबन्दी कर अभियुक्त गिरफ्तार
मिलिट्री इन्टेलीजेन्स की उक्त सूचना पर मुखबिर व स्थानीय पुलिस निरीक्षक यतीन्द्र शर्मा, मुख्य आरक्षीगण रामनरेष सिंह, बृजराज सिंह, अरविन्द सिंह, बल्देव सिंह, राजपाल सिंह, बृजकिषोर बताये गये स्थान पर पहुंची और आवश्यक घेराबन्दी करते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार किया।

इस तरह होती थी फर्जी भर्ती प्रक्रिया
गिरफ्तार अभियुक्त और गैंग के सरगना अतुल माथुर ने पूछताछ में बताया कि बेरोजगार युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर प्रत्येक युवक से दस-बीस लाख रूपये लिये जाते हैं। साथ ही उनसे उनके शैक्षिक, जाति, निवास प्रमाण-पत्रों आदि की मूल कापी रख ली जाती है। इन युवकों को सनी कुमार, बृजकिषोर, विपिन कुमार, अमित वाष्णेय अपने सम्पर्कों के माध्यम से फर्जी भर्ती प्रक्रिया के लिये अजय उर्फ अनिल कुमार निवासी मेरठ के पास भेजा जाता था। अजय उर्फ अनिल कुमार भारतीय रक्षा मंत्रालय में मिनिस्टीरियल स्टाफ है। वह अथ्यर्थियों के फार्म में कूटरचना करके एवं भारतीय रक्षा मंत्रालय का गेट पास बनवाता है और उन्हें अभ्यर्थियों को देकर भ्रम में डालता है कि आपकी ज्वानिंग विभिन्न पदों पर सही तरीके से हो रही है। आरोपी उसके पास आये हुए ग्रामीण युवक/युवतियों के समक्ष खुद को लेप्टीनेंट कमांडर, इण्डियन नेवी के पद पर प्रदर्शित करके युवकों को भरोसे मे लेकर उनकी फर्जी भर्ती प्रक्रिया करने का काम करता था और भर्ती प्रक्रिया के नाम पर प्राप्त धन सभी लोगों आपस में बांट लेते हैं। 

मामले में आगे की कार्रवाई जारी
गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ में प्रकाश में आये गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिये एसटीएफ और पुलिस की दबिश जारी है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना सेक्टर-113 कमिश्नरेट गौतमबुद्वनगर में संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। आरोपियों के खिलाफ अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।










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