

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में 16 सहायक अध्यापकों को फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी पाने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
सीतापुर: यूपी के सीतापुर में 12460 शिक्षक भर्ती के तहत तैनात 16 सहायक अध्यापकों को फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी पाने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा किया गया है। पिछले वर्ष कुल 1100 शिक्षकों की नियुक्तियां की गई थीं।
डाइनामाइट न्यूज़ की बेसिक शिक्षा विभाग ने 500 शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया, जिसमें 16 सहायक अध्यापकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए। इन अध्यापकों ने फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर सरकारी नौकरी हासिल की, जिसके खिलाफ संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा पहले से ही थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।
बर्खास्त किए गए शिक्षकों में बबलू यादव (प्राथमिक विद्यालय बगचन महोली), रंजना (प्राथमिक विद्यालय शाहपुर महोली), अभिषेक कुमार (प्राथमिक विद्यालय जमुनहा महोली), विनोद कुमार (कंपोजिट विद्यालय बन्नीराय बिसवा), मनोज कुमार (प्राथमिक विद्यालय बन्नी खरैला बिसवां), अरविंद कुमार (प्राथमिक विद्यालय चौखड़िया मिश्रिख), गोपाल सिंह (प्राथमिक विद्यालय ततरोई मिश्रिख) और जितेन्द्र कुमार (प्राथमिक विद्यालय ढखिया कला पिसावां) शामिल हैं।
इस कार्रवाई से शिक्षा प्रणाली में हड़ंकप मच गया है और यह मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में लाया गया है। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि धोखाधड़ी करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और ऐसे मामलों की जांच जारी रहेगी।