कोर्ट में सरेंडर कर लालू यादव की सेवा के लिये जेल पहुंचे दो सेवादार

डीएन ब्यूरो

चारा घोटाले में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दो सहायक जेल में उनकी सेवा करने के लिए पहुंच गए हैं। यह कार्य कानून की आंखों में धूल झोंककर किया गया है। आइए जानते हैं क्या है पूरी कहानी..

फाइल  फोटो
फाइल फोटो


नई दिल्लीः चारा घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को हाल ही में साढ़े तीन साल की सजा सुनाई गयी है, लेकिन जेल से अब जो खबर आ रही है वह हैरान करने वाली है। पुलिस का आरोप है कि लालू के दो सेवादारों ने उनकी सेवा के लिए अदालत में जाकर फर्जी तरीके से सरेंडर कर दिया है। 

इस मामले में पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच की जा रही है, जबकि सोशल साइट्स पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि यह सब बिना पुलिस-प्रशासन की मिलीभगत के संभव नहीं है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों सेवादारों का नाम क्रमशः मदन यादव और लक्ष्मण यादव है।

10 हजार लूटने का मामला 

हैरान करने वाली बात यह है कि इन दोनों पर मुकदमा दर्ज कराने वाले व्यक्ति का नाम सुमित यादव है। सुमित ने दोनों पर 10000 रुपये लूटने का आरोप लगाया है। इस मामले में आरजेडी ने इस तरह की किसी भी जानकारी से इंकार किया है और सरेंडर करने वालों को पार्टी का कार्यकर्ता होने से इंकार किया है। 

जेल पहुंचकर लालू की सेवा

बता दें कि सुमित नाम के शख्स ने 23 दिसंबर को मदन यादव और लक्ष्मण यादव के खिलाफ केस दर्ज कराया तो पुलिस के पास संदेह की कोई वजह नहीं थी। इसी दिन लालू को चारा घोटाले में कोर्ट ने दोषी ठहराया था। मदन और लक्ष्मण, दोनों ही आरोपियों ने उसी दिन सरेंडर भी किया और दोनों को बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया, जहां आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव भी बंद हैं। कहा जा रहा है कि मदन और लक्ष्मण दोनो ने जान-बूझकर ऐसा किया ताकि वह जेल पहुंचकर लालू की सेवा कर सकें।

मदन को जानने वालों ने कहा..

इस मामले में मदन को जानने वाले एक चाय विक्रेता मनोज कुमार ने बताया कि मदन की आर्थिक हालत काफी अच्छी है। उन्हें चोरी या छिनैती करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने भी यह बात कही कि मदन निश्चित तौर पर लालू की सेवा के लिए जेल गए हैं। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

 










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