Turkey Earthquake: तुर्किये में विनाशकारी भूकंप के बाद अब ये जानकारी जुटाने की कोशिश में लगे विशेषज्ञ

डीएन ब्यूरो

तुर्किये में आए तीन शक्तिशाली भूकंपों के एक माह बाद विशेषज्ञ भूगर्भीय रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में इमारतों के निर्माण में नियमों के अनुपालन को लेकर जानकारियां जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: तुर्किये में आए तीन शक्तिशाली भूकंपों के एक माह बाद विशेषज्ञ भूगर्भीय रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में इमारतों के निर्माण में नियमों के अनुपालन को लेकर जानकारियां जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।

भूकंप के नुकसान के आकलन के प्रारंभिक निष्कर्षों को रेखांकित करने वाली एक हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि पिछले दो दशकों में इमारतों के निर्माण संबंधी नियमों का उल्लंघन हुआ जिसके कारण बड़ी संख्या में लोगों की जान गई और बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान पहुंचा।

तुर्किये में छह फरवरी को आए भीषण भूकंप में अब तक 48 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 1.20 लाख लोग घायल हो चुके हैं।

पश्चिम एशिया तकनीकी विश्वविद्यालय (एमईटीयू) अंकारा और उनके सहयोगियों के वैज्ञानिकों की एक टीम की रिपोर्ट में यह भी जानकारी सामने आई है कि गाजियांटेप, हटे, कहरामनमारस और आदियमन प्रांतों में इमारतों का निर्माण तुर्की भूकंप कोड (2018) का उल्लंघन कर किया गया था।

विशेषज्ञों ने कहा कि भूकंप की अभूतपूर्व प्रकृति की परवाह किए बिना, इमारतों को भूकंप झेलने में सक्षम होना चाहिए था और तब वह नहीं ढहती।

अंतरराष्ट्रीय टीम की 'प्रारंभिक सर्वेक्षण रिपोर्ट' में कहा गया है कि 2002 के बाद डिजाइन और निर्मित इमारतों को पुरानी इमारतों की तुलना में अधिक भूकंप रोधी माना जा सकता है।

हालांकि, रिपोर्ट में पता चला है कि 2000 के बाद निर्मित करीब एक हजार से अधिक इमारतों को काफी नुकसान हुआ है।










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