रायबरेली: चोरियों से परेशान होकर लोगों ने खुद उठाया सुरक्षा का बीड़ा

डीएन संवाददाता

यूपी के गुरबख्शगंज थाना क्षेत्र में पिछले 1 महीने से हो रही चोरियों से परेशान लोगों ने रात में खुद पहरा देना शुरू कर दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

रात को पहरा देते ग्रामीण
रात को पहरा देते ग्रामीण


रायबरेली: रायबरेली में पिछले दो महीना से लगातार हो रही चोरियों से त्रस्त होकर ग्रामीणों ने अपनी सुरक्षा अपने हाथ ले ली है। बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा रात्रि ग्रस्त न करने की वजह से चोरों के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं। वह जब चाहे किसी के भी घर चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार लगातार चोरियां से परेशान लोगों ने हाथ में डंडा लेकर रात में चौकीदारी करने का जिम्मा खुद उठा लिया है। मामला गुरबक्श गंज थाना क्षेत्र के कस्बे और गांव का है। यहां पिछले दो महीने से  तीन दर्जन से अधिक चोरी की वारदात हो चुकी हैं। जिसके कारण स्थानीय लोग चिंतित और परेशान हैं।

चोरी घटनाओं के बढ़ते क्रम ने नागरिकों को अपनी जान और माल की सुरक्षा का जुम्मा खुद उठाने पर मजबूर कर दिया है।

आपको बता दें गुरबक्श गंज थाना क्षेत्र में चोरों ने पिछले दो महीना के अंदर 36 घरों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। चोरों ने पहले गांव और कस्बे में घरों का निशाना बनाया और यहां रातों-रात चोरी की घटनाओं का अंजाम दिया।

घरों के अंदर सेंध लगाकर व छत के रास्ते चोरों द्वारा अभी तक करोड़ों रुपए की नकदी, जेवरात में आभूषण पर कर हाथ साफ कर दिया है। इन घटनाओं के गुरबख्शगंज थाना में  मुकदमे भी दर्ज किये गए हैं। लेकिन चोरी की वारदात थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जिसके चलते स्थानीय लोग अपनी सुरक्षा के लिए खुद पहरेदारी शुरू कर दे रहे हैं। 

लोग 5 से 6 ग्रुपों में बंटकर गांव की चारों दिशाओं की सीमाओं पर रात भर पहरेदारी कर रहे हैं और एक दूसरे से मोबाइल से संपर्क से जुड़ गए हैं। इसके साथ ही आने-जाने और लोगों की चेकिंग भी की जा रही है।

स्थानीय लोगों की माने तो थाने की कार्यशैली पर सवाल उठ रहा है।

उनका कहना है कि थाना अध्यक्ष प्रवीण गौतम जोकि उप निरीक्षक के पद पर तैनात हैं और इनका गैर जनपद स्थानांतरण भी हो चुका है। फिर भी गुरबख्शगंज थाने का थाना इंचार्ज बनाया हुआ है। उनकी कार्यशाली और पुलिस की निष्कयता के चलते चोरी घटना में कोई सुधार नहीं हुआ है।

ऐसे में स्थानीय लोगों ने रात-रात भर पहरेदारी करके अपनी सुरक्षा का जिम्मा खुद उठाया है।










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