चीन का ये नया डिवाइस दुनिया के लिए बना टेंशन, इस तरह होगी इंसान की पहचान
चीन ने इस बार अपने नए टेक्नोलॉजी से दुनियाभर में टेंशन का माहौल बना दिया है। यह डिवाइस जासूसी के कार्य में नंबर वन साबित हो सकता है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

नई दिल्लीः चीन आए दिन अपनी टेक्नोलॉजी को लेकर सुर्खियों में बना रहता है, जिसके चलते अन्य देश के लोग हैरान हो जाते हैं। वहीं, चीन की टेक्नोलॉजी दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। हाल ही में चीन ने एक ऐसी टेक्नोलॉजी को विकसित किया है, जो किसी ने सोचा भी नहीं था।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, चीन ने एक ऐसा डिवाइस बनाया है जो पूरी दुनिया में नज़र रखने की क्षमता रखता है। चीनी वैज्ञानिकों ने एक सैटेलाइट बनाया है, जो 100 किमी दूर खड़े इंसान का चेहरा दिखा सकता है। बता दें कि यह सैटेलाइट लेजर-इमेजिंग तकनीक की मदद से काम करेगा।
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सैटेलाइट की यह तकनीक टेलीस्कोप और स्पाई कैमरों को भी पीछे छोड़ रहा है क्योंकि इनके मुकाबले सैटेलाइट ज्यादा शाक्तिशाली बताया जा रहा है। आइए आपको इस सैटेलाइट के फीचर्स के बारे में बताते हैं कि यह कैसे काम करेगा और यह दुनिया के लिए कैसे मुसीबत बन सकता है।
कहां हुआ इस सैटेलाइट का टेस्ट ?
चीनी वैज्ञानिकों ने इस सैटेलाइट का टेस्ट चीन के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित किंगहाई झील के पास किया था। इस सैटेलाइट ने 101.8 किमी दूर रखा हुआ रिफ्लेक्टिव प्रिज्म्स को स्कैन किया। इस सैटेलाइट को लेकर यह कहा जा रहा है कि यह 1.7 मिमी तक के छोटी चीजों को स्कैन कर सकता है। यह 15.6 मिमी की दूरी मापने में सक्षम साबित हो सकता है।
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कैसे करता है काम ?
चीन के इस सैटेलाइट में SAL (सिंथेटिक एपर्चर लिडार) की खासियत है जो लेजर रेडार की तरह कार्य करके 2डी व 3डी इमेज देती है। पहले के एसएआर सिस्टम माइक्रोवेव रेडिएशन पर बेस्ड होते थे, जिनकी वेवलेंथ लंबी होती थी और फोटो क्वालिटी सीमित रहती थी।
दुनिया के लिए कैसे बन सकती है मुसीबत ?
वैज्ञानिकों ने इस सैटेलाइट में लेजर बीम 4×4 माइक्रो-लेंस ऐरे का इस्तेमाल किया है। ऐसे में कई वैज्ञानिकों का मानना है कि कोहरा, बारिश, तेज हवा व बादल इस तकनीक को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा यह तकनीक जासूसी उपग्रहों, अंतरिक्ष निगरानी जैसे कार्य सकती है।