दृष्टिबाधित लोगों के लिए संसद से आई ये खुशखबरी, पढ़ें पूरी डिटेल

डीएन ब्यूरो

भारत के समृद्धतम पुस्तकालयों में से एक संसदीय पुस्तकालय ने अब कुछ नयी पहल करते हुए इस सुविधा को दृष्टिबाधित लोगों के अनुरूप बनाया है जिसमें हार्डवेयर उपकरण और साफ्टवेयर अनुप्रयोग की मदद ली गयी है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: भारत के समृद्धतम पुस्तकालयों में से एक संसदीय पुस्तकालय ने अब कुछ नयी पहल करते हुए इस सुविधा को दृष्टिबाधित लोगों के अनुरूप बनाया है जिसमें हार्डवेयर उपकरण और साफ्टवेयर अनुप्रयोग की मदद ली गयी है। लोकसभा सचिवालय के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को संसद भवन के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में दृष्टिबाधित व्यक्तियों द्वारा संसद पुस्तकालय संसाधनों तक पहुंच सुनिश्चित करने की सुविधाओं का उद्घाटन किया।

उन्होंने बताया कि इन उपकरणों की खास बात यह है कि पूर्ण दृष्टिबाधित व्यक्ति स्क्रीन की विषय-सामग्री को भारतीय लहजे वाली आवाज में सुन सकते हैं। ऐसे पूर्ण दृष्टिबाधित व्यक्ति जो कंप्यूटर चलाने में सक्षम हैं, वे किसी भी मुद्रित पुस्तक को पढ़ सकते हैं, उसका अनुवाद, डिजीटलीकरण कर सकते हैं और ऑडियो सामग्री प्राप्त कर सकते हैं।

अधिकारियों ने बताया कि ऐसे आंशिक रूप से दृष्टिबाधित व्यक्ति जो कंप्यूटर चलाने में सक्षम हैं, वे स्क्रीन पर दर्शाए जा रहे पाठ को स्क्रीन मैग्नीफायर की मदद से बढ़ा सकते हैं। ऐसे दृष्टि बाधित व्यक्ति जो बधिर भी हैं, वे स्क्रीन के पाठ को ब्रेल प्रदर्श उपकरणों के माध्यम से पढ़ सकते हैं।

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उन्होंने बताया कि संसदीय ग्रंथालय इस देश के श्रेष्ठतम ग्रंथालयों में से एक है जिसमें ज्ञान संसाधनों का विशाल संग्रह है। वर्तमान में लोकसभा अध्यक्ष की पहल पर, संसदीय ग्रंथालय को सभी भारतीय नागरिकों के लिए खोल दिया गया है।

ज्ञात हो कि कोई भी व्यक्ति सक्षम प्राधिकारी की पूर्व अनुमति से यहां उपलब्ध 17 लाख प्रकाशनों और संसाधनों का लाभ उठा सकता है।

अधिकारी ने बताया कि ग्रंथालय में अक्सर दिव्यांग व्यक्तियों का आगमन होता है जो मुख्य रूप से पूर्ण/आंशिक दृष्टिबाधित होते हैं।

उन्होंने बताया कि लोक सभा अध्यक्ष के निर्देशानुसार, दिव्यांग व्यक्तियों की पहुंच को सुगम्य बनाने के लिए संसदीय ग्रंथालय की सुविधाओं का विश्लेषण किया गया। विश्लेषण में यह बात सामने आई कि संसदीय ग्रंथालय में उपलब्ध संसाधनों के विशाल संग्रह को डिजिटल स्वरूप में दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए सुगम्य बनाए जाने की तत्काल आवश्यकता है।

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अधिकारी ने बताया, ‘‘ इस उद्देश्य के लिए दृष्टिबाधित व्यक्तियों को संसदीय संसाधनों का प्रयोग करने में सक्षम बनाने और संसदीय ग्रंथालय में आने वाले दृष्टिबाधित व्यक्तियों की संख्या बढ़ाने के लिए लोकसभा सचिवालय के सॉफ्टवेयर प्रकोष्ठ ने कई संस्थानों एवं विषय विशेषज्ञों से विचार विमर्श करके कुछ हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर की खरीद की है।’’

उन्होंने बताया कि अब संसदीय ग्रंथालय आवश्यक सहायक प्रौद्योगिकी युक्त उपकरणों से सुसज्जित हैं।

भारत में 1.5 करोड़ से भी अधिक दृष्टिबाधित लोग हैं। संसदीय ग्रंथालय में सहायक प्रौद्योगिकी की स्थापना के साथ, संसद ने दृष्टिबाधित लोगों के लिए सुगम्यता को विचारणीय विषय बनाने की दिशा में यह कदम उठाया है।










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