Test Cricket: भारत अगर टर्निंग पिच तैयार करता है, तो इंग्लैंड के स्पिनर भी कारगर साबित होंगे

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भारत को पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के दौरान टर्निंग पिचें तैयार नहीं करने की सलाह देते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में मेहमान टीम के स्पिनर भी कारगर साबित हो सकते हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 15 January 2024, 5:52 PM IST
google-preferred

London: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भारत को पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के दौरान टर्निंग पिचें तैयार नहीं करने की सलाह देते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में मेहमान टीम के स्पिनर भी कारगर साबित हो सकते हैं।

इंग्लैंड ने भारत दौरे के लिए अपनी टीम में चार स्पिनर रखे हैं जिनमें जैक लीच और रेहान अहमद के अलावा अभी तक अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेलने वाले टॉम हार्टले और शोएब बशीर शामिल हैं।

भारत ने भी 25 जनवरी से शुरू होने वाली श्रृंखला के पहले दो टेस्ट मैच के लिए अपनी टीम में अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के रूप में चार स्पिनर रखे हैं।

हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पॉडकास्ट पर कहा,‘‘ मेरा मानना है कि उन्हें अच्छी पिच तैयार करनी चाहिए जो थोड़ा स्पिन ले क्योंकि इससे उनके स्पिनर और बल्लेबाज दोनों के लिए समान अवसर रहेंगे।’’

ये भी पढ़ें : दिग्गज बल्लेबाज ने क्रिकेट को अचानक कहा अलविदा, संन्यास से चौंके खेल प्रेमी, जानिये उनके अचीवमेंट्स 

उन्होंने कहा,‘‘अगर वे बहुत अधिक स्पिन लेने वाली पिच तैयार करते हैं तो यह लॉटरी की तरह हो सकता है और इससे इंग्लैंड के स्पिनरों की भी खेल में भूमिका बढ़ जाएगी। जिस तरह से बैजबॉल (इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट में आक्रामक रणनीति) काम करती है उसे देखते हुए उन्हें आसानी से चंगुल में नहीं फंसाया जा सकता। ’’

भारत का 2012-13 में स्पिन पिच तैयार करने का दांव उल्टा पड़ गया था। उस समय ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर ने भारतीय बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसाकर इंग्लैंड की श्रृंखला में 2-1 से जीत में अहम भूमिका निभाई थी।

हुसैन ने इसके साथ ही कहा कि भारतीय प्रशंसक यह देखने के लिए भी उत्सुक होंगे कि उनकी टीम इंग्लैंड की बैजबॉल रणनीति को कैसे नाकाम करती है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उन्होंने कहा,‘‘भारतीय क्रिकेट के बारे में भी काफी बातें की गई हैं और बैजबॉल को लेकर भी काफी बातें हुई हैं। विश्व कप में मुझे लगा कि भारत के कई प्रशंसक यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि उनकी टीम बैजबॉल को कैसे विफल करती है।’’