Taj Mahal: ताजमहल जाने वाले टूरिस्टों में बंदरों का खौफ, हाईकोर्ट करेगा निपटारा, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

ताजमहल के बाहर पर्यटकों को देखते ही बंदर उन्हें घुड़की देने लगते हैं और कई बार तो बंदरों ने पर्यटकों को काट भी लिया है। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

ताजमहल के टूरिस्टों को बंदरों का खौफ (फाइल फोटो)
ताजमहल के टूरिस्टों को बंदरों का खौफ (फाइल फोटो)


आगरा: मोहब्बत का प्रतीक माने वाला ताजमहल इन दिनों बंदरों की वजह से सुर्खियों में है। जिसका असर ताजमहल देखने आए टूरिस्टों पर पड़ रहा हैं। ताजमहल के बाहर बंदरों की फौज का कब्जा बना हुआ है, वहीं बंदरों के वजह से पर्यटक खौफ में हैं। 

ताजमहल के बाहर पर्यटकों को देखते ही बंदर उन्हें घुड़की देने लगते हैं और कई बार तो बंदरों ने पर्यटकों को काट भी लिया है। बंदरों की वजह से शहर की छवि खराब हो रही है। इतना सब होने के बाद भी बावजूद जिम्मेदार विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। 

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पर्यावरण समिति ने 25 जुलाई को एक बैठक की, जिसमें अधिवक्ता के.सी जैन ने ताजमहल में बंदरों की समस्या उठाते हुए मंकी रेस्क्यू सेंटर बनाने की बात की।

वहीं डीएम प्रभु एन. सिंह ने नगरायुक्त और संभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी को बंदरों की समस्या का स्थायी समाधान निकालने के निर्देश दिए थे। डीएम ने कलक्ट्रेट में बंदरों की समस्या का भी जिक्र किया था।

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केसी जैन ने बताया कि समस्या के समाधान को प्रशासनिक प्रयास महत्वपूर्ण हैं। SOS Wild Life के माध्यम से नगर निगम द्वारा तैयार योजना में मंकी रेस्क्यू सेंटर की बात नहीं है।

प्रशांत जैन ने बंदरों की समस्या के निजाद पाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की। इस मामले में हाईकोर्ट 17 अगस्त को सुनवाई करेगी।










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