

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया के विवादास्पद बयानों पर फटकार लगाई है। पढ़ें डाइनामइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया हाल ही में अपने विवादास्पद बयानों के चलते चर्चा में रहे हैं। कॉमेडियन समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में उन्होंने माता-पिता के बारे में अश्लील टिप्पणियां की थीं, जिसके बाद उनके खिलाफ देशभर में शिकायतें दर्ज की गईं। इस मामले में उन्हें 24 फरवरी को महाराष्ट्र साइबर डिपार्टमेंट के समक्ष पेश होने का आदेश दिया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवादाता के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इस मामले की सुनवाई करते हुए रणवीर इलाहाबादिया को राहत देने के साथ ही फटकार भी लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अश्लील टिप्पणियों के खिलाफ दर्ज मामलों के संबंध में गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा दी है। हालांकि, इस सुरक्षा के साथ कुछ शर्तें जुड़ी हुई हैं, जैसे कि उन्हें जांच में सहयोग करना होगा और पुलिस के पास अपना पासपोर्ट जमा कराना होगा। इसके अलावा, कोर्ट ने आदेश दिया कि इस विवादास्पद एपिसोड के आधार पर कोई नया मामला दर्ज नहीं किया जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की गंभीरता के बारे में चर्चा करते हुए कहा, "ऐसे यू-ट्यूबर्स के मामले बढ़ते जा रहे हैं। क्या सरकार इस पर कोई कदम उठाने की योजना बना रही है?" कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल और सॉलिसिटर जनरल को अगली सुनवाई में उपस्थित रहने का आदेश दिया, ताकि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जा सके।
कोर्ट ने इलाहाबादिया की "गंदी कॉमेडी" के लिए कड़ी आलोचना की और कहा कि इस प्रकार के व्यवहार को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। सुनवाई के दौरान न्यायाधीशों ने यह भी पूछा कि अश्लीलता के मानक क्या हैं और क्या कोई समझदारी का व्यक्ति इस तरह की भाषा को पसंद करेगा।
रणवीर इलाहाबादिया को विदेश यात्रा करने पर रोक
इसी बीच, रणवीर इलाहाबादिया को अब कोर्ट की अनुमति के बिना विदेश यात्रा करने से रोका गया है, और इंडियाज गॉट लेटेंट शो के लिए नए एपिसोड का निर्माण भी रोका गया है। इससे पहले, यह भी जानकारी मिली है कि महाराष्ट्र साइबर डिपार्टमेंट और गुवाहाटी पुलिस के साथ-साथ जयपुर पुलिस ने भी उनके खिलाफ मामले दर्ज किए हैं।
इस मामले में समय रैना को भी साइबर सेल ने पूछताछ के लिए बुलाया है, लेकिन वे अभी विदेश में हैं। इस मामले के बाद से रैना भी जांच एजेंसियों के संपर्क से बाहर हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भी इस प्रकरण में इलाहाबादिया और रैना को समन भेजा है, लेकिन अभी तक वे आयोग के सामने पेश नहीं हुए हैं।
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इलाहाबादिया अपने मुंबई स्थित निवास पर नहीं हैं। असम पुलिस की एक टीम ने हाल ही में पुणे जाकर रैना को नोटिस दिया था।