सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील डा. अभिषेक मनु सिंघवी ने उठाया सवाल, क्या ये गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध नहीं?
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने भी बंगाल के शारदा केस में सीबीआई द्वारा आज चार टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर बड़े सवाल खड़े किये हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आज पश्चिम बंगाल सरकार में ममता बनर्जी के मंत्री फिरहाद हाकीम, मंत्री सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा, सोवन चटर्जी की गिरफ्तारी को लेकर सवाल उठने शुरू हो गये हैं। देश के चर्चित और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने भी शारदा केस में इन चार टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर सीबीआई और केंद्र सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है।
सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने बंगाल में हुई इन चार गिरफ्तारियों के शीघ्र बाद सोशल मीडिया पर सवाल उठाये। सिंघवी ने एक के बाद एक तीन ट्विट करते हुए पूछा कि नारदा केस दशकों पुराना है और अब अचानक इस केस में गिरफ्तारी की जरूरत क्यों आ पड़ी है?
सिंघवी ने अपने पहले ट्विट में कहा कि यह गिरफ्तारी केंद्र और सीबीआई के दुर्भावनापूर्ण रिश्तों की तरफ साफ इशारा करते हैं। गिरफ्तारी की शक्ति मिलने का अर्थ उसका दुरूपयोग करना नहीं होता है। यह दशकों पुराना केस है। इसका टेप भी 2016 का है, यह सुप्रीम कोर्ट में भी आ चुका है। अब इस केस में गिरप्तारी की क्यों जरूरत पड़ी?
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1/3 Clear indicators of Mala fides of central #Govt &#Cbi re #WB arrests. necessity of arrest must exist before arresting. Power of arrest never means obligation to arrest. #Narada is a decade old; even tapes are of 2016; matter also came to #SC; why necessity/urgency 2arrest NOW
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) May 17, 2021
सिंघवी ने इस गिरफ्तारी को लेकर अंग्रेजी में तीन ट्विट किये और सभी में तीखे सवाल उठाये हैं। इनमें गर्वनर की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाये गये हैं।
2/3 grave doubt if #Governor, whose partisan conduct is clear, merely cos he swore in minsters in 2011, has exclusive power 2grant sanction! Why sanction after 5yrs of 2016 tapes &sudden arrests in 2021. Bad #WB election losers? #Vendetta?
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— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) May 17, 2021
बता दें कि सीबीआई की टीम आज सुबह बंगाल सरकार में कैबिनेट मंत्री फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, टीएमसी विधायक मदन मित्रा और पूर्व बीजेपी नेता सोवन चटर्जी के घर पर सी पहुंची थी, जिसके बाद इन चारों नेताओं को सीबीआई टीम द्वारा अपने दफ्तर लाया गया है। गिरफ्तारी के दौरान सीबीआइ के साथ सेंट्रल फोर्स के जवान भी थे। इन नेताओं को सीबीआइ के अधिकारी निजाम पैलेस ले आए हैं।
3/3As MLA’s, #WB arrestees cannot be proceeded against wo #Speaker’s sanction. Hence lack of jurisdiction plus vindictive arrests plus timing of arrests, all smack of, steeped in & clearly proves cheapest &most vile vendetta!
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) May 17, 2021
माना जा रहा है कि सीबीआइ गिरफ्तार किये गये सभी नेताओं को आज ही कोर्ट में पेश करेगी तथा आज ही उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल करेगी।